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सतना

इस धार्मिक स्थल पर कुछ विशेष तरह से मनाया गया कृष्ण प्रिया राधा रानी का प्राकट्योत्सव

-हीरो व स्वर्णजड़ित आभूषणों से किया गया महाशृंगार

सतनाAug 27, 2020 / 04:04 pm

Ajay Chaturvedi

विश्व प्रसिद्घ मंदिर श्री बाईजू राज महारानी मंदिर (फाइल फोटो)

विश्व प्रसिद्घ मंदिर श्री बाईजू राज महारानी मंदिर (फाइल फोटो)

सतना. श्री कृष्ण प्रिया राधा रानी का जन्मोत्सव, राधा अष्टमी पर यूं तो देश भर में जगह-जगह राधे-कृष्ण भक्तों ने धूम-धाम से मनाया। लेकिन मध्य प्रदेश के इस मंदिर में राधा रानी का प्राकट्योत्सव बिल्कुल अलग रहा। यहां उन्हें तोपों की सलामी दी जाती है। ऐसे में इस कोरोना काल में भी भले ही भक्तों की भीड़ न रही हो पर परंपरागत रूप से राधा रानी का जन्मोत्सव मनाया गया, परंपरागत रूप से उन्हें तोपों की सलामी भी दी गई।
बुंदेलखंड अंचल की पवित्र नगरी पन्ना के धाम मोहल्ला स्थित भव्य विश्व प्रसिद्घ मंदिर श्री बाईजू राज महारानी मंदिर (राधिका जी का मंदिर) में बुधवार को राधा अष्टमी पर्व पर राधिका जी का जन्मोत्सव परंपरागत तरीके से मनाया गया। यह दीगर है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों का अक्षरशः पालन हुआ। श्री 108 प्राणनाथ मंदिर टस्ट के पदाधिकारी व प्रबंधक ने इस समारोह में शामिल होकर धर्म लाभ लिया। हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के कारण सीमित संख्या में ही लोग मंदिर में पहुंचे।
राधा अष्टमी पर बाई जू राज महारानी जू मंदिर में राधा रानी के मंदिर जिसे बरसाना भी कहते हैं का आकर्षण भव्य रहा। विशेष प्रकार के आभूषण (हीरा व स्वर्णजड़ित), वस्त्र आदि से महारानी का महा शृंगार किया गया। सुबह 9 बजे से मंदिर के गर्भगृह में विशेष झीलना किए गए जो लगभग तीन घंटे तक चला। उसके बाद दोपहर 12.30 बजे राधाजी का जन्मोत्सव मनाया गया। इसके पश्चात परदा हटते (पट खुलते) ही गगनभेदी तोपों की सलामी दी गई। साथ ही बधाई व जोगमाया का प्रकरण गाया गया।
राधिका रानी के जन्म की अत्यंत विशिष्ट बड़ी आरती का आयोजन हुआ। मान्यता है कि पर्याप्त सेवा अर्पित करके ही किसी भक्त को इस दिन की आरती में शामिल होने सौभाग्य मिलता है। इस विशेष आरती के उपरांत उपस्थित श्रद्घालुओं खासतौर पर महिलाओं द्वारा जन्म बधाइयां गाईं गईं तत्पश्चात प्रसाद का वितरण किया गया।
बता दें कि दुनिया भर में प्रणामी धर्म का राधाजी का यह इकलौता मंदिर है जहां राधाष्टमी पूरे भक्ति भाव व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मंदिर में राधाजी के स्थापत्य स्वरूप को सर्वप्रथम हीरों व स्वर्णजड़ित आभूषणों से श्रृंगार किया गया।
बताया जाता है कि बीते वर्षों में इस आयोजन में यहां देश विदेश में रह रहे प्रणामी संप्रदाय व अन्य धर्मों के धर्मावलंबी पहुंचते थे और श्री जी की साक्षात शक्ति स्वरूपा राधाजी के दर्शन कर धन्य-धन्य होते थे। लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण श्रद्घालु नहीं आए।
उधर श्री गोविंद जी मंदिर में भी तोपों की सलामी के साथ राधिका रानी का जन्मोत्सव मनाया गया। इसके बाद खीर, मालपुआ का प्रसाद वितरण हुआ। फिर कीर्तन मंडली ने सुमनोहर भजन प्रस्तुत किया। जन्मोत्सव कार्यक्रम में कलेक्टर संजय मिश्रा शामिल रहे।
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