scriptउमरा कराने के नाम पर 13.40 लाख की ठगी, आरोपी की तलाश में दबिश | Cheating of 13.40 lakhs in the name of making Umrah in satna | Patrika News

उमरा कराने के नाम पर 13.40 लाख की ठगी, आरोपी की तलाश में दबिश

locationसतनाPublished: Nov 17, 2019 06:29:17 pm

Submitted by:

Pushpendra pandey

कोलगवां थाना से दबिश देने दो टीम रवाना, रीवा में ट्रेवल्स एजेंसी चलाता है आरोपी
 

Satna police

Satna Fraud

सतना. तीर्थ यात्रा कराने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी किए जाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस सरगर्मी से आरोपी की तलाश कर रही है। यह मामला मुस्लिम समुदाय के लोगों से जुड़ा है। उन्हें सजातीय आरोपी ने चूना लगाया और अब पुलिस से बचकर छिप गया है। मामले की शिकायत कोलगवां थाने में दर्ज होने के बाद पुलिस की दो टीमें आरोपी की तलाश में दबिश देने रवाना की गई हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग हज और उमरा के लिए मक्का मदीना शरीफ जाते हैं। यह मामला उमरा की यात्रा से जुड़ा हुआ है। मालूम हुआ है कि रीवा जिले के मऊगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड पांच निवासी वसीम खान पुत्र अलीम उल्ला खान ने छोटी दरगाह के पास रीवा में जिलान ट्रैवल्स के नाम से एजेंसी खोली थी। वसीम ने उमरा कराने के नाम पर सतना जिले के माधवगढ़ निवासी कुछ लोगों से मार्च २०१९ में संपर्क किया और उन्हें यात्रा कराने का झांसा दिया।

साढ़े 13 लाख रुपए की पहली किस्त
वसीम खान ने माधवगढ़ के रहने वाले मोहम्मद अली, मोहम्मद नसीम, जोहरा बेगम, जमीला बेगम, खलीकुन निशा, गुलबहार खान, शहनाज बी, लाल मोहम्मद, खातून बाई, मोहम्मद मकसूद, मोहम्मद तौसीम, मोमना बेगम, मुनीर शाह, गुलशन बाई, जहादुन निशा एवं शौकत अली से कुल मिलाकर 13 लाख 44 हजार रुपए वसूल किए। यह रकम उसने वीजा बनवाने के नाम पर ली।

दिल्ली बुलाकर फिर पैसे वसूले
शिकायतकर्ताओं की मानें तो वसीम ने करीब 75000 के हिसाब से सबसे अलग-अलग रकम वसूली थी। वसीम ने 25 सितंबर को सभी को दिल्ली पहुंचने को कहा था। उसने कहा था कि वहां इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से फ्लाइट मिलेगी। जब सभी वहां पहुंच गए तो वसीम ने कहा कि वीजा मिलने में मुश्किल हो रही है। इसके चलते 2 दिन वह टालमटोल करता रहा। 27 सितंबर को उसने फिर सबसे 9- 9 हजार रुपए यह कह कर लिए कि वीजा चाहिए तो इतना पैसा और देना होगा। 16 लोगों ने कुल मिलाकर 1 लाख 44 हजार रुपए उसे और दे दिए। बताते हैं कि इसके बाद से वसीम का कहीं कुछ पता नहीं है।

कोलगवां पुलिस कर रही कार्रवाई
ठगी का अहसास होने के बाद सभी लोग रोते बिलखते वापस आ गए और उन्होंने इसकी शिकायत कोलगवां पुलिस से की। जिसकी जांच के बाद अपराध क्रमांक १२२५/१९ में धारा ४२० आइपीसी के तहत कायमी की गई। टीआई मोहित सक्सेना ने मामला सामने आने पर अपना मुखबिर तंत्र मजबूत किया तो कुछ सुराग हाथ लगे। टीआई ने उप निरीक्षक खुमान सिंह को जांच सौंप कर दो टीमों का गठन किया और उन्हें वसीम की तलाश में लगा दिया। पुलिस को उम्मीद है कि वसीम जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।
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