इस दौरान वे हनुमान धारा, वनदेवी आश्रम, मंदाकिनी तट पर स्थित जानकीकुण्ड, स्फ टिकशिला, रामघाट और राघव प्रयाग घाट का भ्रमण किया और स्थानीय साधु संतों तथा नागरिकों से विकास की रूपरेखा के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत दर्शन योजना के तहत रामायण सर्किट में चित्रकूट और आसपास के धार्मिक महत्व के स्थलों का विकास और सौन्दर्यीकरण की योजना को अंतिम रूप स्थानीय जनभावनाओं के अनुरूप दिया जायेगा।
ये रहे शामिल
इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, उद्योग वाणिज्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार, जिला भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी, उपाध्यक्ष श्रीराम मिश्रा, दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव अभय महाजन, कमिश्नर रीवा एसके पाल, आईजी अंशुमान यादव, कलेक्टर नरेश पाल, पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर, सीईओ जिला पंचायत अनूप कुमार सिंह सहित पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह, उद्योग वाणिज्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार, जिला भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी, उपाध्यक्ष श्रीराम मिश्रा, दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव अभय महाजन, कमिश्नर रीवा एसके पाल, आईजी अंशुमान यादव, कलेक्टर नरेश पाल, पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर, सीईओ जिला पंचायत अनूप कुमार सिंह सहित पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
हनुमान धारा में स्वागत द्वार
मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम हनुमान धारा पहुंचकर पर्यटन विकास निगम द्वारा प्रस्तावित सौन्दर्यीकरण और विकास सुविधाओं के कार्यों के संबंध में जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय मांग के अनुरूप हनुमान धारा की सीढिय़ों की दो तरफ ा रे*****, शेड और भव्य स्वागत द्वार बनाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम हनुमान धारा पहुंचकर पर्यटन विकास निगम द्वारा प्रस्तावित सौन्दर्यीकरण और विकास सुविधाओं के कार्यों के संबंध में जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय मांग के अनुरूप हनुमान धारा की सीढिय़ों की दो तरफ ा रे*****, शेड और भव्य स्वागत द्वार बनाने के निर्देश दिये।
सामुदायिक भवन के निर्देश
वनदेवी मंदिर परिसर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थान सुन्दर और रमणीक बने इसके लिये बाउन्ड्रीवाल बनाकर प्राचीन कुंए का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा तथा सामुदायिक भवन का निर्माण भी किया जायेगा। मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित सीताकुण्ड (जानकीकुण्ड) के भी मुख्यमंत्री ने दर्शन किये।
वनदेवी मंदिर परिसर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थान सुन्दर और रमणीक बने इसके लिये बाउन्ड्रीवाल बनाकर प्राचीन कुंए का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा तथा सामुदायिक भवन का निर्माण भी किया जायेगा। मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित सीताकुण्ड (जानकीकुण्ड) के भी मुख्यमंत्री ने दर्शन किये।
यह स्थल मंदाकिनी नदी का हृदय स्थल
उन्होंने धार्मिक महत्व के चिन्हों को अक्षुण्य रखते हुये घाट को नया स्वरूप देने, मंदाकिनी के किनारे के वृक्षों को सुरक्षित करने तथा जनसुविधा और पेयजल व्यवस्था के भी कार्य किये जाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थल मंदाकिनी नदी का हृदय स्थल है। मां मंदाकिनी में गंदा पानी नहीं मिले इसके लिये सीवर लाइन योजना को शीघ्र पूर्ण कराया जायेगा।
उन्होंने धार्मिक महत्व के चिन्हों को अक्षुण्य रखते हुये घाट को नया स्वरूप देने, मंदाकिनी के किनारे के वृक्षों को सुरक्षित करने तथा जनसुविधा और पेयजल व्यवस्था के भी कार्य किये जाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थल मंदाकिनी नदी का हृदय स्थल है। मां मंदाकिनी में गंदा पानी नहीं मिले इसके लिये सीवर लाइन योजना को शीघ्र पूर्ण कराया जायेगा।
मंदाकिनी गंगा की आरती मे शामिल हुए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चित्रकूट भ्रमण के दौरान मंदाकिनी गंगा के किनारे रामघाट के समीप मत्स्गजेन्द्रनाथ शिव मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ रामघाट में मा गंगा मंदाकिनी की पूजा-अर्चना तथा आरती की। इस मौके पर रामघाट से राघव प्रयागघाट पर मुख्यमंत्री ने मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, रामपाल सिंह के साथ नौका विहार भी किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चित्रकूट भ्रमण के दौरान मंदाकिनी गंगा के किनारे रामघाट के समीप मत्स्गजेन्द्रनाथ शिव मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ रामघाट में मा गंगा मंदाकिनी की पूजा-अर्चना तथा आरती की। इस मौके पर रामघाट से राघव प्रयागघाट पर मुख्यमंत्री ने मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, रामपाल सिंह के साथ नौका विहार भी किया।