बाल विवाह: नाबालिग बेटी की बारात आने से पहलेे रुकवाई शादी
सतनाPublished: Jun 10, 2019 11:57:21 pm
लड़की के पिता ने अफसरों को दिया हलफनामा, वर पक्ष को बारात नहीं लाने के लिए दी गई खबर
Child marriage: Prevention of minor daughter’s marriage before marriag
सतना. महज पन्द्रह साल की बेटी के हाथ पीले करने जा रहे एक पिता के हाथ एक दफा भी कांपे नहीं। बारात आने की तैयारी चल रही थी और पड़ोस के घर में पकवान बनाए जा रहे थे। तभी सोमवार की दोपहर पुलिस के साथ सरकारी अफसर पहुंच गए। जब पूछताछ शुरू हुई तो पता चला की कुडि़या सज्जनपुर से कुछ देर बाद बारात आने वाली है। लड़की की उम्र जानी गई तो पता चला कि वह केवल 15 साल है। एेसे में लड़की के पिता को समझाइश देते हुए वर पक्ष को खबर कराई कि वह बारात लेकर नहीं आएं। अगर आते हैं तो सभी पर कार्रवाही होगी।
मौके पर परियोजना अधिकारी
बाल विवाह होने की खबर मिलने पर रविवार की रात बाल कल्याण समिति ने लाडो अभियान की परियोजना अधिकारी चित्रकूट अनीता द्विवेदी को सूचना देते हुए कार्रवाही के लिए कहा। सोमवार को परियोजना अधिकारी के साथ हेमंत सिंह, चाइल्ड लाइन की समन्वयक अल्का सिंह, जय प्रकाश, धारकुण्डी थाना पुलिस के साथ पहुंचे। जहां लड़की की उम्र के संबंध में दस्तावेज तलब कर कार्रवाही शुरू की गई।
एक साल पहले भी शादी
जांच के दौरान यह बात सामने आई कि एक साल पहले भी लड़की की शादी करने का प्रयास किया गया था। तब भी सरकारी अमले ने आकर शादी रुकवा दी थी। लेकिन लड़की के पिता नहीं माने और फिर से शादी करने लगे। इस बार लिखित हलफनामा लड़की के पिता से लिया गया है। कार्रवाही के दौरान शादी वाले घर में मौजूद लोगों की नाराजगी साफ झलक रही थी। लेकिन नियमों के विरूद्ध शादी करने पर कार्रवाही की बात सुनने के बाद सभी शांत रहे।
पड़ोस में पक रहे थे पकवान
बाल विवाह रुकवाने वाली जांच टीम ने बताया कि जिस नाबालिग लड़की की शादी कराने की तैयारी थी उसके ही घर के बगल में बारातियों के लिए पकवान बनाए जा रहे थे। लड़की के पिता पहले भी कार्रवाही से गुजर चुके हैं इसके बाद भी वह कानून का उल्लंघन करने का प्रयास कर रहे थे। सरपंच और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौजूदगी में कार्रवाही के बाद थाना पुलिस को भी कहा गया कि वह नजर रखें ताकि बाल विवाह होने से रोका जा सके।