ये है मामला
नयागांव थाना प्रभारी संतोष तिवारी ने बताया कि मनीषा रावत पिता मानिक लाल रावत निवासी सेलौरा थाना धारकुंडी चित्रकूट के सियाराम कुटी स्थित एक घर में रहती थी। वह जानकीकुंड हॉस्पिटल पर स्टाफ नर्स थी। जबकि उसका पति दिल्ली में रहकर नौकरी करता था। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि मनीषा अपने दो बच्चों के साथ रहती थी। पहले बच्चे का नाम मयंक 4 वर्ष वहीं दूसरे बच्चे का नाम उमेश डेढ़ वर्ष था। सुसाइड नोट के मुताबिक वह कई दिनों से परेशान थी। इसलिए गुरुवार की रात आत्मघाती कदम उठाया है। पास से ही गुजरने वाली नदी में छलांग लगाकर उसने खुदकुशी कर ली।
नयागांव थाना प्रभारी संतोष तिवारी ने बताया कि मनीषा रावत पिता मानिक लाल रावत निवासी सेलौरा थाना धारकुंडी चित्रकूट के सियाराम कुटी स्थित एक घर में रहती थी। वह जानकीकुंड हॉस्पिटल पर स्टाफ नर्स थी। जबकि उसका पति दिल्ली में रहकर नौकरी करता था। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि मनीषा अपने दो बच्चों के साथ रहती थी। पहले बच्चे का नाम मयंक 4 वर्ष वहीं दूसरे बच्चे का नाम उमेश डेढ़ वर्ष था। सुसाइड नोट के मुताबिक वह कई दिनों से परेशान थी। इसलिए गुरुवार की रात आत्मघाती कदम उठाया है। पास से ही गुजरने वाली नदी में छलांग लगाकर उसने खुदकुशी कर ली।
सुबह लोगों ने नदी में शव तैरते हुए देखा जब बच्चों को आसपास के लोगों ने मम्मी के लिए परेशान होता देखा तो रात 11 बजे पुलिस को सूचना दी। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने रात के अंधेर में आसपास तलाश की लेकिन सफलता नहीं मिली। सुबह होते ही लोगों ने नदी में शव तैरते हुए देखा तो पुलिस ने बरामद कर पीएम के लिए अस्पताल भेज दिया। पंचनामा कार्रवाई के बाद परिजनों को सूचना दी गई है। थाना पुलिस ने सोसाइड नोट के आधार पर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।