जबकि इंदौर पहले स्थान पर काबिज है। एक से दस लाख आबादी वाले शहरों की बात करें तो इस ग्रुप में सतना प्रदेश में रतलाम के बाद दूसरे नंबर पर है। बीते दो माह में 10,157 लोगों ने सफाई पर अपना फीडबैक देकर शहर को पांचवें पायदान पर पहुंचाया है। बता दें कि इस साल स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश के छोटे-बड़े कुल 384 शहरों को शामिल किया गया है।
फीडबैक पर मिलेंगे 1400 अंक
स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में केंद्र सरकार सिटीजन फीडबैक को अधिक तवज्जो दे रही है। इस साल स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए निधाज़्रित 4000 अंक में से 1400 अंक जनता के फीडबैक से आने हैं। इनमें से 400 अंक की तैयारी निगम प्रशासन पहले ही कर चुका है। बचे एक हजार अंक के लिए शहर की जनता को स्वच्छता पर ऑनलाइन फीडबैक देना है। स्वच्छता टीम लोगों से सफाई को लेकर 6 प्रश्न पूछेगी, पॉजिटिव जवाब देने पर शहर को 1000 अंक मिलेंगे।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में केंद्र सरकार सिटीजन फीडबैक को अधिक तवज्जो दे रही है। इस साल स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए निधाज़्रित 4000 अंक में से 1400 अंक जनता के फीडबैक से आने हैं। इनमें से 400 अंक की तैयारी निगम प्रशासन पहले ही कर चुका है। बचे एक हजार अंक के लिए शहर की जनता को स्वच्छता पर ऑनलाइन फीडबैक देना है। स्वच्छता टीम लोगों से सफाई को लेकर 6 प्रश्न पूछेगी, पॉजिटिव जवाब देने पर शहर को 1000 अंक मिलेंगे।
स्मार्ट शहर में अपनी स्थिति
देश के 100 स्मार्ट शहरों की सूची में प्रदेश के सात शहर शामिल हैं। स्वच्छता सवेज़्क्षण में इन्हीं शहरों के बीच मुख्य मुकाबला है। सफाई पर सबसे अधिक फीडबैक देने वाले शहरों में सतना चौथे पायदान पर है। सतना के समकक्ष सागर और उज्जैन फीडबैक देने में बहुत पीछे हैं। उज्जैन के 7284 तथा सागर के मात्र 3076 लोगों ने सफाई को लेकर अपने फीडबैक दिए हैं।
देश के 100 स्मार्ट शहरों की सूची में प्रदेश के सात शहर शामिल हैं। स्वच्छता सवेज़्क्षण में इन्हीं शहरों के बीच मुख्य मुकाबला है। सफाई पर सबसे अधिक फीडबैक देने वाले शहरों में सतना चौथे पायदान पर है। सतना के समकक्ष सागर और उज्जैन फीडबैक देने में बहुत पीछे हैं। उज्जैन के 7284 तथा सागर के मात्र 3076 लोगों ने सफाई को लेकर अपने फीडबैक दिए हैं।
28 फरवरी तक दे सकते हैं फीडबैक
लोगों का फीडबैक ही स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को नंबर एक बना सकता है। यदि आप भी स्वच्छता को लेकर फीडबैक देना चाहते हैं तो स्वच्छता एप के फीडबैक ऑप्शन में जाकर अपना अभिमत दें। इसके अलावा 169 नंबर पर मिसकॉल कर सफाई पर फीडबैक दिया जा सकता है। फीडबैक के लिए 28 फरवरी तक स्वच्छता सर्वेक्षण की साइट खुली रहेगी। निगम प्रशासन का कहना है, सिटीजन फीडबैक में सतना महज 300 अंक से रतलाम से पीछे है। अभी शहर के सर्वे की तारीख तय नहीं हुई। इसलिए यदि शहर की जनता अधिक से अधिक फीडबैक देकर आंकड़ा 15 हजार तक पहुंचा देती है तो हम प्रदेश की सूची में रतलाम को पीछे छोड़ चौथे पायदान पर आ सकते हैं।
लोगों का फीडबैक ही स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को नंबर एक बना सकता है। यदि आप भी स्वच्छता को लेकर फीडबैक देना चाहते हैं तो स्वच्छता एप के फीडबैक ऑप्शन में जाकर अपना अभिमत दें। इसके अलावा 169 नंबर पर मिसकॉल कर सफाई पर फीडबैक दिया जा सकता है। फीडबैक के लिए 28 फरवरी तक स्वच्छता सर्वेक्षण की साइट खुली रहेगी। निगम प्रशासन का कहना है, सिटीजन फीडबैक में सतना महज 300 अंक से रतलाम से पीछे है। अभी शहर के सर्वे की तारीख तय नहीं हुई। इसलिए यदि शहर की जनता अधिक से अधिक फीडबैक देकर आंकड़ा 15 हजार तक पहुंचा देती है तो हम प्रदेश की सूची में रतलाम को पीछे छोड़ चौथे पायदान पर आ सकते हैं।
प्रदेश की स्थिति
स्थान शहर कुल अंक
01 इंदौर 64707
02 भोपाल 43954
03 जबलपुर 19763
04 रतलाम 10523
05 सतना 10157 विंध्य की स्थिति
– सतना 10157
– रीवा 9348
– सिंगरौली 5947
– सीधी 687
– पन्ना 184
स्थान शहर कुल अंक
01 इंदौर 64707
02 भोपाल 43954
03 जबलपुर 19763
04 रतलाम 10523
05 सतना 10157 विंध्य की स्थिति
– सतना 10157
– रीवा 9348
– सिंगरौली 5947
– सीधी 687
– पन्ना 184