तहसीलदार ने की थी कार्रवाई
मिली जानकारी के अनुसार कोठी में मिट्टी का अवैध खनन की शिकायत पर तहसीलदार गणेश देशभ्रतार ने कार्रवाई करते हुए प्रकरण बनाया था। जैसे ही इस मामले का प्रकरण बना उधर सीएमओ ने अवैध खननकर्ता के पक्ष में पत्राचार करते हुए नगर परिषद के लिए काम होना बताया और बचाव की कोशिश में जुट गए।
वरना धो बैठोगे से नौकरी से हाथ मामला कलेक्टर के संज्ञान में आने पर सीएमओ कोठी को बुला भेजा। कहा जब टेंडर होता है तो एसओआर में खनिज का रेट जुड़ा रहता है। फिर तुम लोग कैसे इस तरह के पत्र लिखते हो। उचेहरा में भी इसी तरह के मामले में सीएमओ बचाव में उतरा था। ये सब बंद कर दो। शासन को लिख दिया तो नौकरी से हाथ धो बैठोगे। साथ ही सभी सीएमओ के लिए स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी अवैध खनन की कार्रवाई में सीएमओ शासकीय कार्य या परिषद का कार्य होने का लेख नहीं देंगे। अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ठोंका लंबा जुर्माना
इस मामले में मौके से जेसीबी भी जब्त कर ली गई थी। कलेक्टर ने इस मामले में सुनवाई करते हुए 1.20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। साथ ही यह भी आदेशित किया कि जब तक राशि जमा नहीं की जाती है तब तक जेसीबी को न छोड़ा जाए।