अमीर खुसरो ने रखी गंगा-जमुनी तहजीब की नींव
सतनाPublished: Nov 18, 2019 09:22:58 pm
गोष्ठी का आयोजन
सतना. बज्म-ए-सुखन के तत्वावधान में मुख्त्यारगंज में विचार गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी का विषय लोक जीवन और अमीर खुसरो रहा। निलय मंडल, अंबिका पाण्डेय, कैलाश यादव, कृष्ण मुरारी त्रिपाठी, मयंक अग्निहोत्री, रचना त्रिपाठी, अनिल अयान ने विचार व्यक्त किए। अतिथि गोरखनाथ अग्रवाल ने कहा कि अमीर खुसरो गंगा जमुनी तहजीब के कलमकार थे। उन्होंने संगीत की नई राग और सितार की खोज की। निर्मला सिंह ने कहा कि खुसरो दरबार में होते हुए भी आम आदमी की बातें अपनी रचनाओं में लिखते रहे। मुख्य अतिथि चिंतामणि मिश्र ने कहा कि अमीर खुसरो ने हिंदवी और रेखूता का प्रादुर्भाव किया। उन्होंने स्त्रियों के जीवन संघर्ष को अपनी रचनाओं में स्थान दिया। अध्यक्ष अब्दुल गफ्फ ार खान ने कहा कि अमीर खुसरो एक पीर, फ कीर, मौलवी, औलिया और कामयाब लेखक थे। गोष्ठी का संचालन रफ ीक सतनवी ने किया। अध्यक्ष अब्दुल गफ्फ ार खान ने कहा कि अमीर खुसरो एक पीर, फ कीर, मौलवी, औलिया और कामयाब लेखक थे। गोष्ठी का संचालन रफ ीक सतनवी ने किया।