इसका पूरा प्रस्ताव भी मध्यप्रदेश इकाई द्वारा भेजा जा चुका था। लेकिन कांग्रेस के रणनीतिकारों ने जब विंध्य की जमीनी राजनीति का विश्लेषण और उसके प्रभावों का आकलन किया तो पाया कि मैहर से ज्यादा प्रभावी राम की तपोभूमि चित्रकूट से दौरे शुरू करना होगा। माना गया कि राम को अपना मुद्दा बनाकर चलने वाली भाजपा के लिए यह प्रभावी जवाब होगा। वहीं राम की कर्मभूमि रहे चित्रकूट में भाजपा की अनदेखी को भी मुद्दा बनाया जा सकेगा और इससे विन्ध्य सहित पूरे प्रदेश को संदेश देने में सफल होंगे।
हुई तैयारी बैठक
राहुल गांधी के दौरे को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसके तहत जिला कांग्रेस कार्यालय जयस्तंभ चौक में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी एवं प्रदेश कांग्रेस के महासचिव डॉ. महेन्द्र सिंह चौहान, कटनी के पूर्व महापौर बृजेन्द्र मिश्रा की मौजूदगी में रणनीति तैयार की गई। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों को कार्यक्रम में लाने की बात कही गई तो कार्यकर्ताओं से भी आयोजन सफल बनाने की अपेक्षा की गई है।
राहुल गांधी के दौरे को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसके तहत जिला कांग्रेस कार्यालय जयस्तंभ चौक में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी एवं प्रदेश कांग्रेस के महासचिव डॉ. महेन्द्र सिंह चौहान, कटनी के पूर्व महापौर बृजेन्द्र मिश्रा की मौजूदगी में रणनीति तैयार की गई। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों को कार्यक्रम में लाने की बात कही गई तो कार्यकर्ताओं से भी आयोजन सफल बनाने की अपेक्षा की गई है।
ये नेता हुए शामिल बैठक में सईद अहमद, यादवेन्द्र सिंह, नीलांशु चतुर्वेदी, सिद्धार्थ कुशवाहा, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजेन्द्र मिश्रा, शहर कांग्रेस के अध्यक्ष मकसूद अहमद, राजाराम त्रिपाठी, सुधीर सिंह तोमर, मनीष तिवारी, गया बागरी, मनीष पटेल, धर्मेष घई, अजीत सिंह, उर्मिला त्रिपाठी, डॉ. पी.डी. पटेल, श्रीकान्त चतुर्वेदी, भागवत सिंह तिवारी, लल्लू लाल सतनामी, गणेश त्रिवेदी, रमेश द्विवेदी, दिनेश दुबे, कन्हैयालाल पोहानी, कुदरतुउल्ला बेग आदि मौजूद रहे।
भाजपा की कमजोरी है रामवन गमन पथ
कांग्रेस ने अपने सर्वे में पाया कि राम वन गमन पथ भाजपा की कमजोरी है। एक दशक पहले राम वन गमन पथ की अवधारणा रखी गई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सतना में इसकी घोषणा की थी। इसके बाद सरकारी विभागों ने इसकी ड्राइंग डिजाइन तैयार कर इसका विकास धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में करने का ब्लू प्रिंट तैयार किया। शुरुआती जिम्मा जिला पंचायत को दिया गया। नतीजा यह रहा कि एक साल बाद ही यह ब्लू प्रिंट महज कागज का टुकड़ा रह गया और अब तो यह गायब भी हो चुका है।
कांग्रेस ने अपने सर्वे में पाया कि राम वन गमन पथ भाजपा की कमजोरी है। एक दशक पहले राम वन गमन पथ की अवधारणा रखी गई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सतना में इसकी घोषणा की थी। इसके बाद सरकारी विभागों ने इसकी ड्राइंग डिजाइन तैयार कर इसका विकास धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में करने का ब्लू प्रिंट तैयार किया। शुरुआती जिम्मा जिला पंचायत को दिया गया। नतीजा यह रहा कि एक साल बाद ही यह ब्लू प्रिंट महज कागज का टुकड़ा रह गया और अब तो यह गायब भी हो चुका है।
व्यापक पैमाने पर खनन इसी दौरान राम वन गमन पथ में मौजूद बेशकीमती खनिज भंडार पर खनन माफिया की नजर पड़ी और यहां व्यापक पैमाने पर खनन भी शुरू हो गया। इसमें बैक डोर से भाजपा के नेता सहभागी बने। हालांकि तत्कालीन कलेक्टर केके खरे ने इसे खनन निषिद्ध क्षेत्र भी घोषित किया पर उनके जाते ही शासन-प्रशासन की कृपा एक बार फिर खनन माफिया पर बरसने लगी। आज भी स्थिति यह है कि राम के वन गमन का यह पथ अभी भी विकास की वाट जोह रहा है। इसी विकास और राम के मुद्दे को विन्ध्य में कांग्रेस अपना मुद्दा बनाएगी।
विंध्य का संदेश महत्वपूर्ण
कांग्रेस का मानना है कि गत चुनावों में विन्ध्य में कांग्रेस का प्रदर्शन कमोबेश अन्य क्षेत्रों से ज्यादा बेहतर रहा है। एंटी एंकम्बेंसी और जातीय समीकरणों के आधार पर यहां वह इस बार भाजपा में सेंधमारी कर सकती है। हालांकि इस बात को भाजपा भी समझ रही है और वह भी अपने गढ़ को बचाने जहां पूरी ताकत झोंक रही है। पहले सीएम की यात्रा मैहर से शुरू होती है तो पिछड़ा वर्ग महाकुंभ भी यहीं होता है।
कांग्रेस का मानना है कि गत चुनावों में विन्ध्य में कांग्रेस का प्रदर्शन कमोबेश अन्य क्षेत्रों से ज्यादा बेहतर रहा है। एंटी एंकम्बेंसी और जातीय समीकरणों के आधार पर यहां वह इस बार भाजपा में सेंधमारी कर सकती है। हालांकि इस बात को भाजपा भी समझ रही है और वह भी अपने गढ़ को बचाने जहां पूरी ताकत झोंक रही है। पहले सीएम की यात्रा मैहर से शुरू होती है तो पिछड़ा वर्ग महाकुंभ भी यहीं होता है।
रिफ्लेक्शन पूरे प्रदेश में जाएगा मैहर में अगर स्थितियां अनुकूल रहती हैं तो एससीएसटी का महासम्मेलन भी भाजपा कर सकती है। ऐसे में कांग्रेस का मानना है कि विन्ध्य में उनके किये गये प्रयासों का रिफ्लेक्शन पूरे प्रदेश में जाएगा। लिहाजा वह अपनी पूरी ताकत यहां झोंक रही है। यही वजह है कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ सहित ज्योतिरादित्य और दिग्विजय सिंह जैसे दिग्गज यहां अपना दौरा कर चुके हैं।
यह है राहुल का दौरा
अभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जो दौरा प्रस्तावित है उसके अनुसार २७ सितंबर को वे प्लेन द्वारा कर्वी आएंगे। यहां वे चित्रकूट में भगवान कामतानाथ स्वामी के दर्शन करने के उपरांत छोटी सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे हेलीकाप्टर से सतना आएंगे। बीटीआइ मैदान में वे सभा करने के उपरांत सड़क मार्ग से रैली के रूप में रीवा के लिए प्रस्थान करेंगे। इस रैली को संकल्प रैली का नाम दिया गया है।
अभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जो दौरा प्रस्तावित है उसके अनुसार २७ सितंबर को वे प्लेन द्वारा कर्वी आएंगे। यहां वे चित्रकूट में भगवान कामतानाथ स्वामी के दर्शन करने के उपरांत छोटी सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे हेलीकाप्टर से सतना आएंगे। बीटीआइ मैदान में वे सभा करने के उपरांत सड़क मार्ग से रैली के रूप में रीवा के लिए प्रस्थान करेंगे। इस रैली को संकल्प रैली का नाम दिया गया है।