ज्ञापन के मार्फत कांग्रेसियों ने कहा कि लोकतंत्र का गला घोटकर पूर्ण बहुमत की कांग्रेस सरकार को गिराने का कार्य भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा किया गया, जिसका खुलासा स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। केंद्रीय सत्ता का दुरुपयोग करते हुए जिस प्रकार से प्रदेश में भाजपा सरकार को काबिज कराया गया ऐसी सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का हक नही है।
जिला मुख्यालय पर सौंपे गए ज्ञापन पत्र में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की स्वीकारोक्ति भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, देश के प्रधनमंत्री एवं केंद्रीय गृह मंत्री की ओर इशारा कर रही है। कांग्रेस ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि देश की 133 करोड़ जनता के संविधान की रक्षा करने का दायित्व उन पर है। अगर अनैतिक हथकंडे अपनाकर चुनी हुई सरकारों को गिराने के प्रयासों की अनदेखी की गई तो भविष्य में न केवल चुनाव की प्रक्रिया मूल्यहीन हो जाएगी बल्कि देश की जनता का लोकतंत्र से भरोसा उठ जाएगा। ज्ञापन में प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा गया है कि अनैतिक संसाधनों का उपयोग कर बनाई गई सरकार आम जनता की सरकार नही हो सकती और ऐसी सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नही है।
प्रदर्शऩ व ज्ञापन सौंपने वालों में रवींद्र सिंह सेठी, महीपत शुक्ल, अतुल सिंह परिहार, फूल सिंह टेकाम, प्रदीप समदरिया, रामकुमार तिवारी, उपेन्द्र सेन, कन्हैया लाल पोहानी, शैलेंद्र सिंह गुड्डू, पीयूष सिंह मुन्ना, राजदीप सिंह मोनू, संतोष पांडेय, रवि जायसवाल, गुंजन चौरसिया, आशुतोष तिवारी, साबिर खान, डाली चौरसिया, अशोक चतुर्वेदी, तिलकराज सोनी, रोहितकांत सिंह, केके तिवारी, बर्मेन्द्र सिंह, मोनू, राम कुमार विश्वकर्मा, ध्रुव त्रिपाठी, राजाभैया तिवारी, अरुण यादव, लल्लू पांडे, अनुराग शुक्ला सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।