बसस्टैंड में जलभराव अकेले बसस्टैंड में बारिश के पानी से नहीं होता, बल्कि यहां ६ वर्ग किमी कैचमेंट का पानी आकर जमा होता है। सिंधी कैम्प तालाब और इससे लगे इलाके का पानी पहले नवरंग पार्क पहुंचता है। यहां बने नाले से बिरला रोड क्रॉस कर बैंक कॉलोनी होते हुए कोलगवां का पानी साथ लेकर बस स्टैंड पहुंचता है। बैंक कॉलोनी और आजाक छात्रावास के पीछे का पानी भी इसी नाली द्वारा बस स्टैंड तक पहुंचता है। जिससे कुछ ही देर में बस स्टैंड लबालब हो जाता है।
बस स्टैंड में जिस व्यापक पैमाने पर पानी जमा होता है और लगातार कैचमेंट एरिया से पानी आ रहा होता है उस पानी को निकलने के लिए जिस बड़े आकार का नाला होना चाहिए वह वर्तमान में नहीं है। वर्तमान में जो जल निकासी की व्यवस्था है वह भी गलत है। गोपाल कॉम्पलेक्स के सामने हाइवे की ओर का नाला पूरी तरह से गंदगी से पटा पड़ा है। इससे पानी आगे नहीं जा पता है। दूसरा बस स्टैंड का पानी निकालने के लिए जो ड्रेन अभी बना है वह ऑटो पार्किंग के हिस्से में मुख्य प्रवेश द्वार के बीच है लेकिन यहां बने उंचे पार्टीशन से पानी इस ड्रेन तक पहुंच ही नहीं पाता है और सड़क पर भरा रहता है।
1. बैंक कॉलोनी की पुलिया जाम: बैंक कॉलोनी के ठीक पहले मुख्य रोड पर एक पुलिया बनाई गई है। यह पुलिया नवरंग पार्क की ओर से आने वाले पानी को सीधे दूसरी ओर की नाली से जोड़ कर पानी को भरहुत नगर की ओर भेजने के लिए बनाई गई थी। लेकिन नगर निगम के निर्माण अमले और ठेकेदार की मिलीभगत से इसका लेवल इस तरह कर दिया गया कि नवरंग पार्क का पानी सीधा न जाकर बस स्टैंड की ओर जाने वाली नाली में जाने लगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पुलिया के नीचे की नाली का कचरा साफ कर लेवल सही कर आगे की नाली से जोड़ दें तथा बस स्टैंड की दिशा में जाने वाली नाली से इसे ब्लाक कर दें तो सिंधी कैम्प की ओर का पानी बस स्टैंड नहीं जाएगा। आज स्थिति यह है कि पुलिया की दूसरी ओर की नाली सूखी पड़ी है।
रहता है।