इस व्यवस्था के तहत आयुक्त नगर निगम हुड्डा सीएमएचओ की मदद से निजी अस्पतालों को आयुष्मान भारत पोर्टल में पंजीकृत कराएंगी। साथ ही जिनके पास आयुष्मान कार्ड है उनका कार्ड के प्रावधानो के तहत निर्धारित दर पर इलाज होगा। इस पूरी प्रक्रिया के लिए हुड्डा नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम गठित करेंगी।
इस नई व्यवस्था के तहत जिन मरीजों का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, लेकिन उनके परिवार के किसी सदस्य का कार्ड बना है तो उनके इलाज खर्च के लिए राशन पात्रता पर्ची, समग्र आईडी अथवा राजपत्रित अधिकारी के प्रमाण पत्र के आधार पर अस्पताल वार बिल लगाए जाने की कार्यवाही का दायित्व सौंपा गया है। इसी प्रकार अस्पताल के पंजीकरण के बाद बिना बायोमैट्रिक सत्यापन के आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध होने से एडमिशन के बाद भी आयुष्मान कार्ड जनरेट किया जा सकेगा, जिस पर अस्पताल बिल जनरेट कर सकेगा।
कंट्रोल सेंटर में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए हेल्प डेस्क का गठन होगा। फिर व्हाट्सएप के जरिए व्यक्ति का विवरण प्राप्त कर आयुष्मान कार्ड जनरेट किया जा सकेगा। सभी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के द्वारा इस सुविधा का उपयोग किया जा सकेगा। कोविड सस्पेक्टेड (संभावित) मरीजों के बिल का आयुष्मान पोर्टल अनुसार निमोनिया पैकेज अंतर्गत भुगतान देय होगा। जबकि कोविड पॉजीटिव मरीज का भुगतान कोविड पैकेज के अंतर्गत देय होगा।