निगम सूत्रों ने बताया कि फायर शाखा द्वारा एक भी पटाखा व्यापारी को फायर एनओसी जारी नहीं की गई है। इसके बावजूद शुक्रवार को राजनीतिक दबाव के चलते सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय से व्यापारियों को बिना एनओसी प्रस्तुत किए ही पटाखा बेचने का लाइसेंस जारी कर दिया। एेसे में सवाल यह उठता है कि रिहायशी क्षेत्र में बिना सुरक्षा मानकों के सजी पटखा मंडी में यदि कोई दुर्घटना होती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा।
10 फायर सिलेंडर से 55 दुकानों की सुरक्षा
10 फायर सिलेंडर से 55 दुकानों की सुरक्षा
जिला प्रशासन ने पटाखा बिक्री के लिए आवेदन करने वाले 101 व्यापारियों को लाइसेंस जारी किए हैं। जबकि व्यंकट दो के मैदान में सजे पटाखा मार्केट में पटाखा की 55 दुकानंे सजी है। पटाखा मंडी के दुकानदारों को आग से सुरक्षा के लिए दुकान में एक फायर सिलेंडर तथा दो बाल्टी बालू रखने के निर्देश दिए थे। फायर सुरक्षा के मापदंडों को दरकिनार करते हुए व्यापारियों ने 55 दुकानों के बीच मात्र 10 फायर सिलेंडर रखे हैं। हालांकि जन सुरक्षा को ध्यान रखते हुए निगम प्रशासन ने पटाखा मंडी में एक दमकल वाहन तैनात किया है।
दुर्घटना हुई तो कौन होगा जिम्मेदार
निगम प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद पटाखा व्यापारियों ने पटाखा मंडी में दुकान सजाने में एक भी सुरक्षा मानक का पालन नहीं किया। इसे गंभीरता से लेते हुए निगम प्रशासन द्वारा एक भी दुकानदार को फायर एनओसी जारी नहीं की गई। इसके बावजूद पटाखा व्यापारियों ने पटाखा मंडी में दुकानंेे सजाकर आतिशबाजी का सामान बेचना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन ने व्यापारियों को पटाखा बेचने का लाइसेंस दिया है, लेकिन दुकान संचालन का लाइसेंस पटाखा मंडी के व्यापारियों के पास नहीं है। एेसे में यदि पटाखा मंडी में कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा।
निगम प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद पटाखा व्यापारियों ने पटाखा मंडी में दुकान सजाने में एक भी सुरक्षा मानक का पालन नहीं किया। इसे गंभीरता से लेते हुए निगम प्रशासन द्वारा एक भी दुकानदार को फायर एनओसी जारी नहीं की गई। इसके बावजूद पटाखा व्यापारियों ने पटाखा मंडी में दुकानंेे सजाकर आतिशबाजी का सामान बेचना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन ने व्यापारियों को पटाखा बेचने का लाइसेंस दिया है, लेकिन दुकान संचालन का लाइसेंस पटाखा मंडी के व्यापारियों के पास नहीं है। एेसे में यदि पटाखा मंडी में कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा।