डॉ. नायक ने प्रधानमंत्री, केन्द्र व राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, आईसीएमआर और देश के बड़े अस्पतालों तक अपने अध्ययन को भेजा है। कोरोना वायरस पर किए गए इस अध्ययन के बारे में डॉ. नायक ने पत्रिका को बताया कि उन्होंने अध्ययन में सामने आई टिप्पणियों पर गौर करने और विशेषज्ञों की टीम के साथ उसके परिणाम जानने का आग्रह किया है।
डॉ. नायक ने बताया, लॉक डाउन के पहले भी वायरल का सफल इलाज किया है। 17 से 23 मार्च तक उनके पास पांच एेसे मरीज आए जो नागपुर, दिल्ली, पूना, इंदौर से थे। दनका सीआरपी टेस्ट कराया जिसमें पता चलता है कि बेक्टीरियल या वायरल इन्फेक्शन है। सीआरपी नार्मल आने पर कोविड-19 का संदेेह हुआ। एेसे में मीठा सोडा से गरारा करने की सलाह सभी को दी गई। गुनगुने पानी के साथ मीठे सोडा को मिलाकर गरारा करने स आराम मिला और सभी स्वस्थ्य हुए।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 वायरस का संक्रमण सबसे पहले गला और नाक में होता है। इसके बाद संक्रमण फेफड़ों तक पहुंचा है और इसमें चार दिन लग जाते हैं। इसलिए गुनगुने पानी में एंटी-वायरल दवा और मीठे सोडा को मिलाकर गरारा करनेे से वायरस को फेफड़ों में प्रवेश के पहले ही नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि काविड-19 वायरस साबुन से हाथ धोने पर घुल जाता है। साबुन में कास्टिक होता है। इसलिए बेकिंग सोड़ा के साथ नमक मिलाकर गुनगुने पानी का गरारा लाभदायक निकला।