मिली जानकारी के मुताबिक, गाड़ी नंबर 12669 गंगा कावेरी एक्सप्रेस रविवार की रात चेन्नई से पटना बिहार जा रही थी। जो मानिकपुर स्टेशन में रात करीबर एक बजकर 5 मिनट में इलाहाबाद के लिए रवाना हुई। जैसे ही पनहाई और डभौरा रेलवे स्टेशन के बीच आउटर पर पहुंची तो बदमाशों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक लिया। गाड़ी के रूकते ही असलहों से लैस आधा दर्जन बदमाशों ने चाकू लहराते हुए बोगियों में लूट पाट शुरूकर दी। लूट की वारदात एस-3 से लेकर एस-9 के बीचों बीच हुई। यह सभी बोगियां आरक्षित सीट वाली है।
रेल पुलिस की मानें तो, ट्रेन के गार्ड ने कई बार उतरकर चेन पुलिंग को सही किया और ट्रेन को आगे बढ़ाने की कोशिश की। लेकिन ट्रेन के चलने का हार्न बजते ही ड़कैत चेन पुलिंग कर रोक देते रहे। आउटर पर ही ट्रेन एक घंटे 46 मिनट खड़ी रही। करीब पौने दो घंटे तक डकैतों ने यात्रियों से जमकर लूटपाट किया। विरोध करने पर बदमाशों ने करीब आधा दर्जन यात्रियों को चाकू, छूरा मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। महिलाओं के जेवर डकैतों ने उतरवा लिए। यात्रियों की नकदी समेत पूरा सामान लूट लिया।
लूटपाट के दौरान ड़कैतों ने सात बार चेन पुलिंग की। ट्रेन के गार्ड पीके ओझा व असिस्टेंट ड्राइवर ने छह बार आकर चेन पुलिंग को आकर सही किया। लेकिन जब सातवीं बार फिर से चेन पुलिंग हुई तो गार्ड को पता चला कि ट्रेन में बदमाशों ने धावा बोल दिया है। जिससे भयभीत होकर गार्ड इसके बाद खामोश हो गया। गार्ड ने रेल प्रशासन को इसकी जानकारी देने का भी प्रयास किया। लेकिन जंगल में होने की वजह से शायद वह जानकारी देने में असफल रहा।
गंगा-कावेरी एक्सप्रेस में लूटपाट करने के इरादे से लुटेरों का गैंग सतना स्टेशन से चढ़ा था। कारण कि गंगा कावेरी एक्सप्रेस का मानिकपुर जंक्शन में कोई स्टापेज नहीं है। ट्रेन सतना से चलने के बाद सीधे इलाहाबाद में ही रूकती है। पुलिस के मुताबिक ड़कैतों ने ट्रेन में लूटपाट की पहले से ही योजना बना रखी थी। योजनाबद्ध तरीके से ड़कैत सतना स्टेशन से ट्रेन में चढ़ गए। इसके बाद आउटर पर आते ही चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक लिया। शायद यहीं पर कुछ साथी उनके पहले से मौजूद थे। सभी ने एक साथ धावा बोलकर लूटपाट की।
लूट का सिलसिला भोर में तीन बजकर 13 मिनट तक चलता रहा। जब लूट पूरी हो गई तो ट्रेन इलाहाबाद के लिए रवाना हुई। घायल यात्रियों को इलाहाबाद में भर्ती कराया। ट्रेन के इलाहाबाद पहुंचने पर लूट की सूचना पुलिस को मिली। लूटपाट की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा, अपर एसपी बलवंत चौधरी, एसओ मानिकपुर केपी दुबे भारी पुलिस फोर्स के साथ भोर में ही मौके पर पहुंच गए। इसके बाद चित्रकूट डीआईजी मनोज तिवारी भी मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने सर्च आपरेशन में रेलवे लाइन के किनारे दो बैग बरामद किए है। माना जा रहा है कि लूटपाट के दौरान ड़कैत यात्रियों के बैग छोंडकर भागे है। पुलिस ने डाग स्क्वायड के लिए लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है। भोर से ही जंगल में पुलिस ने सर्च आपरेशन शुरू कर दिया है। आउटर के समीप ही जंगल में बसे कोटा कंदैला गांव के पत्रकार पुरवा में पुलिस टीम ने पहुंचकर जानकारी ली। अभी तक पुलिस को कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।