script‘आपकी पत्नी-बेटे जिस अस्पताल में डॉक्टर हैं, कम से कम वहां तो सही काम करवा लो’ | Deadline Meeting: Satna Collector reprimanded On CMHO | Patrika News

‘आपकी पत्नी-बेटे जिस अस्पताल में डॉक्टर हैं, कम से कम वहां तो सही काम करवा लो’

locationसतनाPublished: Nov 19, 2019 03:58:54 pm

Submitted by:

suresh mishra

समय सीमा बैठक: सिविल अस्पताल मैहर की अव्यवस्थाओं पर कलेक्टर ने सीएमएचओ को लगाई फटकार

Deadline Meeting: Satna Collector reprimanded On CMHO

Deadline Meeting: Satna Collector reprimanded On CMHO

सतना/ सीएमएचओ साहब अभी मैहर हादसे के दिन आपकी कार्यप्रणाली सामने आ गई। पोस्टमार्टम कक्ष में जिस कदर गंदगी और अव्यवस्था है, वहां कोई चिकित्सक कैसे पोस्टमार्टम करता होगा। आपके बेटे और पत्नी भी सिविल अस्पताल मैहर में पदस्थ हैं। आप खुद सप्ताह में दो बार मैहर जाते हो। कम से कम उस अस्पताल को तो सही करवा लो। यह फटकार कलेक्टर सतेंद्र सिंह ने सीएमएचओ डॉ अशोक कुमार अवधिया को समय सीमा बैठक में लगाई।
कहा, आपका रवैया पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना है। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन में भी कमजोर प्रगति पर उनकी कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की। आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम की रिपोर्ट नहीं आने पर सभी एसडीएम की अनदेखी पर नाराज हुए। डिप्टी कलेक्टर संस्कृति शर्मा को एक फार्मेट तैयार कर दो दिन में एक्जाई रिपोर्ट तैयार करवा कर प्रस्तुत करने कहा।
जहां कमियां हैं, उसे सुधरवाएं
कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. अशोक अवधिया से कहा कि कभी अस्पतालों का मौका मुआयना किया कीजिए। जहां कमियां हैं उसे सुधरवाने का प्रस्ताव दें। अगर पुरानी बिल्डिंग है तो रेनोवेशन या नया स्ट्रक्टर बनाने का प्लान प्रस्तुत करें। लेकिन, आपको कुछ करना है नहीं। मैहर सिविल अस्पताल को तत्काल प्रभाव से वृहद स्तर पर व्यवस्थित करने के निर्देश दिए।
धान खरीदी 25 नवंबर से
धान खरीदी केंद्रों के संबंधित अधिकारियों से कहा कि धान के भंडारण, उठाव एवं केन्द्रों की लोकेशन की जानकारी तैयार कर भेजें। 25 नवम्बर से धान की खरीदी की जाएगी। इन केन्द्रों की मैपिंग कराने तथा धान खरीदी में सतर्कता बरतें। बैठक में अपर कलेक्टर आईजे खलखो, एसडीएम पीएस त्रिपाठी, साधना परस्ते समेत कार्यालय प्रमुख उपस्थित रहे।
एक सप्ताह में भी नहीं दे सके जानकारी
कलेक्टर ने आपकी सरकार आपके द्वार की समीक्षा में कहा, पिछले सप्ताह जनपदों से रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन कहीं से नहीं आई। एसडीएम भी इस मामले में गंभीर नहीं है। यह गलत बात है। जिला पंचायत भी इस पर ध्यान नहीं दे रही है। इसके बाद डिप्टी कलेक्टर संस्कृति शर्मा को तय प्रारूप में एक ही तरह की सभी जनपदों से पूरी जानकारी दो दिन में प्रस्तुत करवाने कहा।
कोटर जाकर देखें एडीएम
सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा में कोटर को टॉप डिफाल्टर पाया। अपर कलेक्टर से कहा कि आप कोटर जाकर देखें कि क्या वजह है कि कोई सुधार नहीं हो रहा। जन अधिकार कार्यक्रम में एल-1, एल-2, एल-3 एवं एल-4 की शिकायतों की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए।
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