जिसको लोकायुक्त सागर की टीम ने बुधवार की सुबह ओम सार्इं पेट्रोल पंप के बगल में स्थित बुंदेला ढाबा (बमीठा) में दबिश देकर पकड़ा है। फिर बाद में आरोपी डिप्टी रेंजर को चंद्रनगर रेंज कार्यालय लाया गया है। जहां दोपहर तक कार्रवाई जारी होना बताया जा रहा है।
ये है मामला लोकायुक्त सागर एसपी सुनीत तिवारी ने बताया कि महादेव कुशवाह और जुगल कुशवाहा निवासी ग्राम दसईपुरा तहसील राजनगर जिला छतरपुर ने कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया था कि भुसोर बीट में पदस्थ डिप्टी रेंजर बाबू सिंह चंदेल द्वारा चीतल के शिकार के मामले में उसके भाई रेखराज और जुगला को गिरफ्तार कर लिया गया था।
शिकायत सही पाए जाने पर ट्रैप मामले में केस को कमजोर करने और उन्हें बचाने के एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। उक्त शिकायत की सत्यता की जांच कराई गई। शिकायत सही पाए जाने के बाद डिप्टी रेंजर को ट्रैप करने की योजना बनी। रिश्वत की राशि देने के लिए निर्धारित समय पर लोकायुक्त की टीम ने आवेदकों को रिश्वत के 10 हजार रुपए विशेष केमिकल लगे पाउडर युक्त नोट डिप्टी रेंजर को दिए।
दोपहर तक जारी रही कार्रवाई जिन्हें लेने के लिए डिप्टी रेंजर द्वारा आवेदकों को बुंदेला ढाबा में बुलाया गया था। तय समय पर पीडि़त उसे रिश्वत की राशि देने के लिए ढाबा पहुंचे और उसे रुपए दिए। इसके तुरंत बाद उनका इसारा पाकर लोकायुक्त की टीम ने डिप्टी रेंजर को रिश्वत की राशि के साथ पकड़ लिया। जहां आरोपी के हाथ धुलवाए गए तो उसके हाथ केमिकल लगे नोटों के कारण रंगीन हो गया। इस पर उसे पकड़कर चंद्रनगर रेंज कार्यालय लाया गया। जहां मामले में पूछताछ व अन्य दस्तावेजी कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई दोपहर तक जारी रही।
कार्रवाई के बाद दहशत का माहौल
चंद्रनगर रेंज कार्यालय में डिप्टी रेंजर के ट्रेप होने की जानकारी लगी तो पूरे कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। सभी लोग अपनी-अपनी सीटें छोड़कर कार्यालय के बाहर आ गए और कार्रवाई को देखने लगे। लोकायुक्त टीम की कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो चुके थे। सभी लोग कार्रवाई के संबंध में जानकारी चाह रहे थे। गौरतलब है कि इस साल लोकायुक्त द्वारा जिले में कई कार्रवाई की जा चुकी हैं। इसके बाद भी रिश्वतखोरी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।