अप्रैल की विदाई के बाद मई की शुरुआत होते ही सूर्य ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। ऐसे में सूखे कंठ की प्यास बुझाने के लिए हर गली और चौक-चौराहों पर देसी फ्रिज की डिमांड बढ़ गई है। इसीलिए मुख्य चौराहों में सड़क के किनारे मटकों का बाजार भी लगने लगा है। कुछ सालों में इन मटकों की मांग शहरी इलाके में कम हो गई थी मगर अब फिर से इसकी मांग होने लगी है।
80 फीसदी ग्रामीण ले रहे मटके का सहारा
बता दें कि 80 फीसदी ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर लोग अभी भी मटके का ही पानी पीते हैं। बड़े-बुजूर्गों का मानना है कि फ्रिज के पानी के मुकाबले मटके के पानी की तासीर ज्यादा ठंडी होती है। साथ ही मटके के पानी का अलग ही स्वाद होता है। मटके का पानी पीने से सर्दी-गर्मी की भी शिकायत नहीं होती। लोगों की पसंद को ध्यान में रखते हुए मटकों को स्टाइलिश लुक भी दिया जा रहा है। सुराही भी नए ढंग से तैयार की जा रही है।
बता दें कि 80 फीसदी ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर लोग अभी भी मटके का ही पानी पीते हैं। बड़े-बुजूर्गों का मानना है कि फ्रिज के पानी के मुकाबले मटके के पानी की तासीर ज्यादा ठंडी होती है। साथ ही मटके के पानी का अलग ही स्वाद होता है। मटके का पानी पीने से सर्दी-गर्मी की भी शिकायत नहीं होती। लोगों की पसंद को ध्यान में रखते हुए मटकों को स्टाइलिश लुक भी दिया जा रहा है। सुराही भी नए ढंग से तैयार की जा रही है।
इन स्थानों पर लगता है मटके का बाजार
बड़ी तादाद में लोगों को बाजार में मयूर जग की तरह दिखने वाले मटकों की खरीदारी करते देखा जा सकता है। इस वक्त शहर के कई हिस्सों में मटकों की बिक्री शुरू हो चुकी है। इसमें सिटी कोतवाली, राजेंद्र नगर, रीवा रोड, धवारी चौक, सिविल लाइन, सेमरिया चौराहा, बिरला रोड सहित कई इलाके शामिल हैं। सड़क किनारे फुटपाथ पर भी मटके बेचने वाले दिख जाएंगे। जिन लोगों को मिट्टी के मटकों का फायदा पता है, उन लोगों ने मटकों की खरीदारी भी शुरू कर दी है।
बड़ी तादाद में लोगों को बाजार में मयूर जग की तरह दिखने वाले मटकों की खरीदारी करते देखा जा सकता है। इस वक्त शहर के कई हिस्सों में मटकों की बिक्री शुरू हो चुकी है। इसमें सिटी कोतवाली, राजेंद्र नगर, रीवा रोड, धवारी चौक, सिविल लाइन, सेमरिया चौराहा, बिरला रोड सहित कई इलाके शामिल हैं। सड़क किनारे फुटपाथ पर भी मटके बेचने वाले दिख जाएंगे। जिन लोगों को मिट्टी के मटकों का फायदा पता है, उन लोगों ने मटकों की खरीदारी भी शुरू कर दी है।
पाचन शक्ति रहती है अच्छी
विशेषज्ञों के अनुसार गर्मी में मटके का पानी जितना ठंडा और सुकूनदायक लगता है, स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही फायदेमंद भी होता है। पाचन शक्ति अच्छी होती है। प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। सबसे अच्छी बात यह है कि मटका आरओ का काम करता है। वैसे आज के दौर में लोग फ्रीज का पानी ज्यादा पीते हैं, लेकिन अब भी काफी लोग मटके का पानी ठीक समझते हैं। रिटार्यड अधिकारियों को भी मटके का पानी रास आ रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार गर्मी में मटके का पानी जितना ठंडा और सुकूनदायक लगता है, स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही फायदेमंद भी होता है। पाचन शक्ति अच्छी होती है। प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। सबसे अच्छी बात यह है कि मटका आरओ का काम करता है। वैसे आज के दौर में लोग फ्रीज का पानी ज्यादा पीते हैं, लेकिन अब भी काफी लोग मटके का पानी ठीक समझते हैं। रिटार्यड अधिकारियों को भी मटके का पानी रास आ रहा है।