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पीडि़ता के परिजनों ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत

जिला अस्पताल ओटी में गर्भवती को पीटने का मामला

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District Hospital Satna

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सतना. जिला अस्पताल ओटी में मझगवां के भरगवां निवासी गर्भवती वंदना द्विवेदी को पीटने का मामले प पर्दा डालना प्रबंधन के गले की फांस बन गया है। कमिश्नर रीवा के निर्देश पर दो सदस्यीय संभागीय टीम मामले की पहले से ही जांच कर रही है। परिजनों ने मंगलवार दोपहर सिटी कोतवाली पुलिस थाना पहुंच मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अधिकारियों से चिकित्सक सहित स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

बता दें एसपी रियाज इकबाल के निर्देश पर परिजनों के निर्देश के पहले ही मामले की जांच आरंभ हो चुकी है। सिटी कोतवाली एसआई महेंद्र सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जिन्होंने शिकायत दर्ज कराने के पहले ही चिकित्सक सहित गायनी वार्ड, ओटी स्टाफ के बयान दर्ज कर लिए हैं। शिकायत के बाद पीडि़ता के पति कृष्ण कुमार द्विवेदी के भी बयान दर्ज किए गए।

पति ने कहा, शिकायत के बाद भी नहीं की कार्रवाई-
वंदना के पति कृष्ण कुमार ने सिटी कोतवाली थाना में मंगलवार को बयान दर्ज कराए। कहा, घटना के दूसरे दिन ८ अप्रेल को मामले की शिकायत सिविल सर्जन डॉ एसबी सिंह के पास दर्ज कराने गए थे। लेकिन वे कलेक्ट्रेट मीटिंग में गए हुआ थे। जिसकी वजह से अस्पताल प्रशासक इकबाल सिंह को लिखित शिकायत दर्ज कराई गई। लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे सीएस कक्ष में मौजूद चिकित्सक झूठ बोलने का आरोप लगा रहे थे। जबकि गर्भवती की आंख में चोट लगने से खून जम गया था और सूजन थी। पति ने बेहोशी के चिकित्सक डॉ केएल सूर्यवंशी के खिलाफ अपराध दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की।

पीडि़ता का होगा मेडिकल परीक्षण-
पति के बाद पीडि़ता के भी बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद पीडि़ता का चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा। लेकिन परिजन जिला अस्पताल के चिकित्सकों से परीक्षण कराने को तैयार नहीं हैं। उनका आरोप है कि जिला अस्पताल के चिकित्सक पक्षपात कर सकते हैं।

टीम आज सौंपेगी कमिश्नर को जांच रिपोर्ट-
संभागीय स्वास्थ्य संचालक डॉ एसके सालम द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच टीम द्वारा मामले की जांच पूरी कर ली गई है। टीम के सदस्य 24 अपे्रल को जांच प्रतिवेदन संभागायुक्त रीवा अशोक भार्गव को सौंप सकते हैं।