बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने एक एप लांच किया है जिसे लगातार अपडेट किया जाना है। इस एप में कोरोना संक्रमण से संबंधित पल-पल हर जानकारी लोड की जानी है। यह एप है “सार्थक एप”। यह काम स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग का है कि वह अपने कर्मचारियों से इसे अपडेट कराता रहे। इस एप के मार्फत प्रदेश भर की जानकारी राज्य स्वास्थ्य विभाग को होती है। ऐसे में इस सार्थक एप में कोरोना संक्रमण संबंधी जानकारी दर्ज करने में हीलाहवाली पर कलेक्टर कटारिया ने संबंधितों की दो वेतन वृद्धि रोकने के साथ ही कारण बताओं नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
दरअसल कलेक्टर कटेसरिया कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए स्क्रीनिंग, सैंपलिंग व टेस्टिंग बढ़ाने तथा हेल्थ एडवाइजरा की सख्ती से पालन कराने की हिदायत दी। उन्होंने कोरोना को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने, शारीरिक दूरी का पालन कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सार्थक एप के तहत 1 जुलाई से 15 जुलाई तक किए जाने वाले डोर-टू-डोर सर्वे कार्य को हर हाल में अपलोड किया जाए। इस कार्य के लिए शीघ्र दल गठित कर दिए जाएंगे। उन्होंने ताकीद किया कि शासन के नियमों का पालन कड़ाई के साथ होना चाहिए। इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने बताया कि फीवर क्लीनिक महत्वपूर्ण है, इन क्लीनिकों में मरीजों की नियमित जांच करें तथा जानकारी अभिलेखों में दर्ज करें। नगर में आने वाले लोगों पर नजर रखें, ताकि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण किया जा सके।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने विकासखंड सोहावल, रामपुर बाघेलान एवं मैहर के विभागीय कार्यों में धीमी गति पाए जाने पर सोहावल एवं रामपुर बाघेलान के बीपीएम का 7-7 दिन तथा मैहर के बीपीएम का 3 दिन का वेतन काटने के साथ नोटिस जारी करने का निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिया।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके अवधिया, सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद पाठक, विकासखंड चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम सहित चिकित्सक उपस्थित थे।