पूछताछ में आरोपी दंत चिकित्सक ने क्लीनिक सहायक की हत्या कबूल कर ली है। उसने पुलिस को बताया कि युवती एलएलबी की छात्रा थी और क्लीनिक में बतौर सहायक काम करती थी। आरोपी का कहना है कि युवती शादी के लिए लगातार दबाव बना रही थी लेकिन वह शादी को बार-बार टाल रहा था। गत 14 दिसंबर को भी इसी बात को लेकर नोक-झोंक हुई थी।
इस पर आरोपी ने क्लीनिक के अंदर ही दुपट्टे से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी और शव को क्लीनिक के अंदर रखकर मरीज देखता रहा। 15 दिसंबर को उसने एक मजदूर से गड्ढा खुदवाकर रात में शव को दफना दिया। किसी को शक न हो इसलिए उसने युवती के शव के ऊपर एक कुत्ते का शव रख कर दफना दिया, ताकि गंध से कभी किसी को शक हो तो कुत्ते का शव देखकर मामला आगे न बढ़े।
घटना की जानकारी दो महीने बाद हुई, जब पुलिस ने आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस ने आरोपी दंत चिकित्सक डा. आशुतोष त्रिपाठी को गिरफ्तार कर रविवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड हासिल की।
इस बीच घटना से गुस्साए युवती के परिजन, भीम सेना के कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि डॉक्टर के सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया जाए। आरोपी को फांसी दी जाए और मृतक के माता-पिता को आर्थिक मदद दिलाई जाए। सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा भी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने भी परिजनों की मांग का समर्थन किया। विधायक ने कहा कि इस मामले में शामिल अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए। सभी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए।