टेबल के नीचे रखी असिस्टेंट की लाश पर पैर टिकाकर मरीज देखता रहा डेन्टिस्ट
उसने पहले अपनी सहायिका की हत्या कर दी। इसके बाद उसकी लाश को अपनी टेबल के नीचे रख कर उकड़ू बैठा दिया। फिर टेबल के सामने रखी कुर्सी में बैठ गया। लाश पर पैर रख कर दिन भर मरीजों को देखता रहा। तीन ओर से ढकी टेबल के कारण किसी को पता नहीं चला और बाद में गड्ढे में नमक डालकर लाश को दफन कर दिया

सतना. अपनी ही असिस्टेंट की हत्या के आरोप में गिरफ्तार डेंन्टिस्ट पुलिसिया पूछताछ में नित नए खुलासे कर रहा है। अब तक हत्या के बाद शव को कमरे के दूसरे पार्टीशन रख कर छुपाना मान रही पुलिस तब हतप्रभ रह गई जब डाक्टर ने बताया कि वह पूरे दिन लाश पर पैर टिकाकर मरीज देखता रहा। माना जा रहा है कि अभी डाक्टर अभी और खुलासे करेगा लिहाजा पुलिस अभी पूछताछ लगातार जारी रखे हुए हैं।
अच्छा चलता था क्लीनिक
मिली जानकारी के अनुसार डेन्टिस्ट आशुतोष त्रिपाठी का डाक्टरी का पेशा अच्छा खासा चल रहा था। उसके प्रतिदिन के औसतन 15 मरीज थे। अपने क्लीनिक में वह पार्टीशन कर रखा था। सामने की ओर रखी एक टेबल के सामने मरीजों को बैठाकर देखता था। अगर जांच करनी होती थी तो वह पार्टीशन के दूसरे ओर एग्जामिन टेबल पर ले जाता था। पुलिस यह मान कर चल रही थी कि अपनी असिस्टेंट की हत्या के बाद उसने शव को पार्टीशन के दूसरी ओर पीछे छिपाया होगा। लेकिन पुलिसिया पूछताछ में उसने खुलासा करते हुए बताया कि उसकी कुर्सी के सामने जो टेबल है वह तीन ओर ढंकी हुई है और खुले वाले हिस्से की ओर वह कुर्सी रखकर बैठता था। जिधर टेबल ढंकी है उस ओर मरीज को बैठाकर देखा करता था। इस टेबल ने लाश छिपाने की पुलिस की थ्यौरी बदल दी।
इस लिए किसी को नहीं दिखी डेड बॉडी
असिस्टेंट भानू केवट की हत्या के बाद उसने शव को टेबल के नीचे रखकर कर बैठा दिया। इसके बाद इसके सामने अपनी कुर्सी लगाकर बैठ गया। इस वजह से शव बाहर से किसी को दिखाई नहीं दे रहा था। इस दौरान उसका पैर शव पर भी टिका रहा। इस स्थिति में उसने अपने क्लीनिक में पहुंचे कई मरीजों को देखा भी और दवाएं व सलाह भी लिखीं।
और फिर दबा दिया गला
सूत्रों का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी बता रहा है कि उसकी असिस्टेंट अपने कपड़े अस्त व्यस्त कर बाहर भागने लगी तो उसने उसका दुपट्टा पकड़ कर रोकने की कोशिश की। इसके बाद उसी दुपट्टे को खींच कर उसकी हत्या कर दी। हालांकि अभी पुलिस इसके इस कथन की और गहराई पर जाने की कोशिश कर रही है।
विधायक ने पीड़ित परिवार के लिए मांगी राहत
सुबह सिटी कोतवाली थाने में बनी विवाद की स्थिति के बाद विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा भी थाने पहुंचे। यहां पीड़ित परिवार को अपने साथ लेकर सीएसपी के पास पहुंचे और अब तक हो रही जांच के बारे में जानकारी लेते हे अपेक्षा जताई कि इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि मृतका पीड़ित परिवार की आजीविका का एक माध्यम थी। ऐसे में पीड़ित परिवार की क्या मदद की जा सकती है। इसके लिए उन्होंने कलेक्टर से भी बात कर राहत संबंधी जानकारी ली। उन्होंने पीड़ित परिवार से जुड़े लोगों को भी सब्र रखते हुए पुलिस की जांच में सहयोग करने की बात कही।
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