बताया गया कि माता जी को खोने के बाद जैसे ही गुप्ता परिवार पोलिंग बूथ पर मतदान करने के लिए पहुंचा तो सब मोहल्ले वासी चौंक गए। सब ने गुप्ता परिवार के निर्णय की दाग दी। सब एक ही स्वर में बोले की वाकई लोकतंत्र की भक्ति पहले कभी नहीं देखी है।
अशोक गुप्ता ने पत्रिका को बताया कि माता जी को खोने पर मन में लाखों दर्द है। लेकिन देश में आम चुनाव 5 साल में सिर्फ एक बार आते है। ये हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है कि सरकार बनने में मतदान देकर अपनी सहभागिता निभाएं।
वरिष्ठ पत्रकार चिंतामणि मिश्रा बताते है कि आजादी से अब तक 14 लोकसभा चुनाव हो चुके है। लेकिन इसके पहले कभी ऐसी मतदान के प्रति आस्था नहीं नहीं दिखी गई। अपनी मां के निधन के बाद गुप्ता परिवार ने समाज के लिए बड़ा मैसेज दिया है। सब लोगों में इसी तरह मतदान के प्रति जागरूकता होनी चाहिए।
अच्छेलाल कुशवाहा बसपा, गणेश सिंह भाजपा, राजाराम त्रिपाठी कांग्रेस, नंद किशोर प्रजापति पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक), मनोराज द्विवेदी जनता कांग्रेस, महेंद्र सिंह परिहार भारतीय शक्ति चेतना पार्टी, डॉ राजेन्द्र त्रिपाठी भारतीय जन मोर्चा पार्टी, रामकुशल केवट भारतीय मानव समाज पार्टी, रामनिवास सेन रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए), रामविश्वास पाल राष्ट्रीय समाज पक्ष, विपिन सिंह तिवारी स्मार्ट इंडियंस पार्टी, शशांक सिंह बघेल सपाक्स, अशोक विश्वकर्मा निर्दलीय, मो. जिबराइल निर्दलीय, नासिर खान निर्दलीय, बाबूलाल चौधरी निर्दलीय, महेश साहू ‘पप्पू’ निर्दलीय, मुन्नी क्रांति निर्दलीय, सुरेन्द्र पाण्डेय कुआं निर्दलीय, डॉ सुरेश प्रसाद त्रिपाठी निर्दलीय तथा फौजी संदीप बाबा निर्दलीय।
– 1952 शिवदत्त उपाध्याय – कांग्रेस
– 1967 देवेन्द्र विजय सिंह – कांग्रेस
– 1971 नरेन्द्र सिंह – भारतीय जन संघ
– 1977 सुखेन्द्र सिंह – भारतीय लोक दल
– 1980 गुलशेर अहमद – कांग्रेस
– 1984 अजीत कुरैशी – कांग्रेस
– 1989 सुखेन्द्र सिंह – भाजपा
– 1991 अर्जुन सिंह – कांग्रेस
– 1996 सुखलाल कुशवाहा – बसपा
– 1998 रामानंद सिंह – भाजपा
– 1999 रामानंद सिंह – भाजपा
– 2004 गणेश सिंंह – भाजपा
– 2009 गणेश सिंह – भाजपा
– 2014 गणेश सिंह – भाजपा