ये भी पढ़ें: ट्रक-बोलेरो की भिड़ंत में 5 की मौत, 1 गंभीर, दशहरे की खुशियां मातम में पसरी हाथियों के आंतक की खबर सुनकर बुधवार की सुबह कलेक्टर केवीएस चौधरी और डीएफओ विजय सिंह प्रभावित गांवों को दौरा कर हाथियों के झुंड को भगाने की रणनीति बनाई है। इधर मृतक ग्रामीण के शव को पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। सूत्रों की मानें तो हाथियों के आंतक से गांव क्षेत्र की फसलों सहित कच्चे घरों को मिलाकर लाखों का नुकसान हुआ है। वहीं गंभीर घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है। ये मामला बैढऩ कोतवाली क्षेत्र के गोभा चौकी अंतर्गत का है।
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मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ सीमा से सटी गोभा चौकी अंतर्गत उर्ती गांव में सोमवार को एक दर्जन से ज्यादा हाथियों ने दस्तक दी। हाथियों के झुंड ने सीमा पार करते हुए गांव में कहर ढाना शुरू किया तो आनन-फानन में वन विभाग को सूचना दी गई। जानकारी के बाद पहुंची वन विभाग की टीम ने वाइल्ड लाइफ नियमों के मुताबिक हाथियों के झुंड को छत्तीसगढ़ की ओर खदेड़ दिया। दूसरी बार मंगलवार की शाम हाथियों ने एक बार फिर प्रवेश किया। जब वन विभाग की टीम को सूचना दी गई तो वह तुरंत नहीं पहुंचे। ग्रामीणों ने सोचा कि जिस तरह वन विभाग ने हाथियों को खदेड़ दिया था। उसी तरह हम लोग भी कुछ करते है।
मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ सीमा से सटी गोभा चौकी अंतर्गत उर्ती गांव में सोमवार को एक दर्जन से ज्यादा हाथियों ने दस्तक दी। हाथियों के झुंड ने सीमा पार करते हुए गांव में कहर ढाना शुरू किया तो आनन-फानन में वन विभाग को सूचना दी गई। जानकारी के बाद पहुंची वन विभाग की टीम ने वाइल्ड लाइफ नियमों के मुताबिक हाथियों के झुंड को छत्तीसगढ़ की ओर खदेड़ दिया। दूसरी बार मंगलवार की शाम हाथियों ने एक बार फिर प्रवेश किया। जब वन विभाग की टीम को सूचना दी गई तो वह तुरंत नहीं पहुंचे। ग्रामीणों ने सोचा कि जिस तरह वन विभाग ने हाथियों को खदेड़ दिया था। उसी तरह हम लोग भी कुछ करते है।
एक युवक पर टूट पड़े हाथी
बताया गया कि वन विभाग के नियमों को फलो करते हुए रामकृपाल पाल 35 वर्ष निवासी धोधा गांव के नेतृत्व में खदेडऩा शुरू किया। इसी बीच हाथियों का झुंड रामकृपाल का टूट पड़ा। देखते ही देखते एक दर्जन हाथियों ने रामकृपाल को पैरों से कुचल दिया। तीन अन्य लोगों ने रामकृपाल को बचाने की कोशिश की तो उनकों भी हाथियों ने पटक दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में पुलिस सहित वन विभाग को सूचना दी गई। बुधवार की सुबह कलेक्टर और डीएफओ, तहसीलदार, आरआई, पटवारी सहित आधा सैकड़ा वन अमला उर्ती गांव पर पहुंचा। जो मौका-मुआयना कर छतीपूर्ति का आंकलन लगा रहे है।
बताया गया कि वन विभाग के नियमों को फलो करते हुए रामकृपाल पाल 35 वर्ष निवासी धोधा गांव के नेतृत्व में खदेडऩा शुरू किया। इसी बीच हाथियों का झुंड रामकृपाल का टूट पड़ा। देखते ही देखते एक दर्जन हाथियों ने रामकृपाल को पैरों से कुचल दिया। तीन अन्य लोगों ने रामकृपाल को बचाने की कोशिश की तो उनकों भी हाथियों ने पटक दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में पुलिस सहित वन विभाग को सूचना दी गई। बुधवार की सुबह कलेक्टर और डीएफओ, तहसीलदार, आरआई, पटवारी सहित आधा सैकड़ा वन अमला उर्ती गांव पर पहुंचा। जो मौका-मुआयना कर छतीपूर्ति का आंकलन लगा रहे है।