इसके बाद सील किए गए घर का ताला तोड़ा गया। इओडब्ल्यू ने सर्चिंग की कार्रवाई शुरू की। जांच में इंजीनियर की ओर से परिजनों के नाम किए गए अन्य निवेश से संबंधित दस्तावेज भी मिले है। बरामद की गई संपत्ति का मूल्यांकन किया है। कुल संपत्ति लगभग सौ करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।
प्रॉपर्टी में निवेश के दस्तोवज जब्त
डीएसपी राज्यवर्धन माहेश्वरी की टीम गुरुवार को दोपहर करीब २ बजे इंजीनियर के कटंगा स्थित आवास में दोबारा पहुंची। सूत्रों के अनुसार इंजीनियर के बेटे राकेश तिवारी और बहू प्रीति तिवारी की उपस्थित में घर का ताला तोड़ा। इसके बाद इओडब्ल्यू की टीम ने सर्चिंग की कार्रवाई शुरू की। जांच में घर में प्रॉपर्टी संबंधी कई दस्तावेज मिले है।
लेन-देन से जुड़े कई दस्तोवज बरामद बैंक खाते, लॉकर और लेन-देन से जुड़े कई दस्तोवज बरामद हुए है। इससे माना जा रहा है कि इंजीनियर ने अपनी काली कमाई की मोटी रकम को प्रॉपर्टी में निवेश किया है। इनकी पड़ताल की जा रही है। परिजनों के नाम पर निवेश की और नई जानकारियां आने की संभावना है।
घर से गायब मिले थे सभी
आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर इओडब्ल्यू ने सिवनी में सिंचाई विभाग से रिटायर इंजीनियर केपी तिवारी के सतना में स्थित दो आवास के साथ ही जबलपुर में कटंगा स्थित आवास पर बुधवार को एक साथ छापेमारी की गई थी। इस दौरान आरोपित सहित उनके परिजन घर से गायब मिले थे। सतना में रहने वाले इंजीनियर के शिमला और कटंगा में रहने वाले बेटा-बहू के रायपुर में होने की सूचना मिली थी।
रिटायर्ड इंजीनियर के कटंगा स्थित आवास में गुरुवार को सर्चिंग की गई है। बरामद की गई संपत्तियों का मूल्यांकन किया जा रहा है। जांच अभी जारी है। जल्द ही वास्तविक संपत्ति की गणना कर ली जाएगी।
समर वर्मा, एसपी, इओडब्ल्यू