जानकारी के अनुसार नांगल गोविन्द निवासी तीर्थ मीना के खाते से 44 हजार, बावनपाड़ा निवासी राजेश बैरवा के 5 हजार, ऊरवाड़ी निवासी श्योदान गुर्जर के 65 हजार, डोलिका निवासी मुखराज बैरवा के साढ़े सात हजार, बावनपाड़ा निवासी बृजलाल के 20 हजार, गुर्जर बैराड़ा निवासी हरज्ञान गुर्जर के 8 हजार 500 व सिकंदरा निवासी भोलाराम सैनी के खाते से 10 हजार रुपए पार हुए हैं। पीडि़तों ने सिकंदरा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
गौरतलब हैकि गत पांच दिनों में 18 लोगों के खातों से करीब साढ़े छह लाख रुपए पार हो चुके हंै। अपराधियों तक पुलिस के नहीं पहुंचने से आमजन बैंक में जमा अपनी मेहनत की कमाई को लेकर चिंतित है।
थाना प्रभारी रामेश्वर बगडिय़ा ने बताया कि पीडि़त लोगों ने सिकंदरा गांव स्थित एटीएम बैंक से 24 मई के बाद लेन-देन किया था। इस एटीएम से लेन-देन करने वाले लोगों के ही खाते से हैकर्स रुपए निकाल रहे हंै। ऐसे में एटीएम के डाटा चोरी होने की आशंका है।
पुलिस ने सवा दो सौ एटीएम कार्ड ब्लॉक कराए पुलिस ने 24 मई के बाद एटीएम से लेन-देन करने वाले लोगों की जानकारी मांगी। इस पर ऐक्सिस बैंक ने चेन्नई हैड ऑफिस से सिकंदरा गांव स्थित ऐक्सिस बैंक के एटीएम से लेन-देन करने वाले सवा दो सौ खातों के डाटा पुलिस को दिए हैं। पुलिस ने अब ऑन लाइन चोरी रोकने के लिए इन सवा दो सौ लोगों के एटीएम ब्लॉक करा दिए।
इधर, ऐक्सिस बैंक अधिकारियों ने गड़बड़ी की आशंका के चलते 29 मई से एटीएम के ताला लगा रखा है। थाना प्रभारी ने बताया कि बैंक अधिकारियों ने एटीएम मशीन में गड़बड़ी होने की प्राथमिकी थाने में दर्ज नहीं कराई है। बैंक अधिकारी चेन्नई से एक्सपर्ट पहुंचने के बाद ही एटीएम की जांच करने की बात कह रहे हैं। इससे पुलिस को जांच में परेशानी हो रही है।
…नहीं तो लगती बड़ी चपत थाना प्रभारी ने बताया कि गत बुधवार को सिकंदरा चौराहे वाले एसबीआई एटीएम में कैश डालने आए कर्मी को डिवाइस लगने का पता चला। इसके बाद पुलिस ने एटीएम को ताला लगा दिया। गुरुवार को बैंक अधिकारी व इंजीनियर ने एटीएम से डिवाइस निकाल लिया। पुलिस ने बताया कि डिवाइस को समय रहते नहीं निकालते तो हैकर्स सैकड़ों लोगों के खाते से रुपए उड़ा सकता था।