23 जनवरी से जारी है धरना केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में जहां देश भर के किसान लामबंद हैं। दिल्ली की सीमा पर छह महीने से किसान डटे हैं। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा रामपुर बाघेलान इकाई, रामपुर तहसील प्रांगण में 23 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठी है।
मांग पूरी करा करके ही दम लेंगे, भले 2024 तक करना पड़े विरोध किसान सभा के जिला संयोजक शिवराम सिंह (बड़हरी) बताते हैं कि इस धरना प्रदर्शन के तहत मंगलवार को रजनीश द्विवेदी की अगुवाई और ब्लॉक अध्यक्ष सुखदेव सिंह की अध्यक्षता में 151 वें दिन कोरोना गाइड लाइन के तहत अनवरत जारी रहा। किसानों ने कहा केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए सभी हथकंडे आजमा चुकी है फिर भी आंदोलन को कुचलने में सफल नहीं रही। देश का किसान अब जाग चुका है और जब तक कृषि विरोधी तीनों काले कानून वापस नहीं लिए और एमएसजी पर गारंटी नहीं बनती तब तक रामपुर बाघेलान संयुक्त किसान मोर्चा का अनिश्चितकालीन धरना अनवरत जारी रहेगा। इसके लिए भले ही किसानों को 2024 तक बैठना पड़े।
किसान 26 जून को सौंपेंगे राष्ट्रपति के नाम संबोधित रोषपत्र शिवराम सिंह ने बताया संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के जितने भी राष्ट्रीय आह्वान होते हैं संयुक्त किसान मोर्चा रामपुर बाघेलान सभी का फॉलो करता है। इसी के तहत 26 जून के राष्ट्रीय आह्वान पर दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों के 7 माह पूरे होने पर एवं सहजानंद सरस्वती की पुण्यतिथि पर संयुक्त किसान मोर्चा रामपुर बाघेलान, कृषि कानून रद्द करने के लिए. एमएसपी पर गारंटी कानून बनाने के लिए महामहिम राष्ट्रपति के नाम अनुविभागीय अधिकारी रामपुर बाघेलान को 26 जून को दोपहर 12 बजे रोषपत्र सौंपा जाएगा।
धरना देने वालों में ये रहे शामिल धरना देने वालों में किसान यूनियन जिला उपाध्यक्ष नागेंद्र सिंह, मंडल प्रभारी दयाशंकर द्विवेदी, किसान सभा के जिला संयोजक शिवराम सिंह, प्रचार मंत्री मोहम्मद शुभराती, किसान नेता ज्ञानचंद्र त्रिपाठी, केशकली, किसान नेता सुंदरलाल सिंह, किसान नेता रामविश्वास सिंह, किसान नेता इन्दृगोपाल सिंह, युवा नेता गौरव शर्मा, युवा नेता रामराज सिंह, किसान नेता शिव प्रसाद त्रिपाठी, किसान नेता चंद्रशेखर तिवारी, किसान नेता दादूभाई सेन, पप्पू पांडे, राहुल सिंह, अमित तिवारी, बालेंद्र सिंह, अन्ना सिंह आदि प्रमुख रहे।