scriptपांच साल तक नहीं करेंगे खेती तो सरकार की हो जाएगी जमीन, फिर ऐसे मिलेगी वापस | field has been vacant for five years, then land will become government | Patrika News
सतना

पांच साल तक नहीं करेंगे खेती तो सरकार की हो जाएगी जमीन, फिर ऐसे मिलेगी वापस

वापस लेने के लिए समय रहते नहीं किया दावा तो हमेशा के लिए सरकार की हो जाएगी जमीन

सतनाFeb 19, 2020 / 07:47 pm

Muneshwar Kumar

14_2.jpg

,,

सतना/ सरकार के एक फैसले से किसानों में दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। अगर कोई किसान अपनी जमीन पर पांच साल तक खेती नहीं करता है तो उस जमीन सरकार की हो जाएगी। मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता में शासन ने कुछ ऐसा ही बदलाव किया है। जिससे किसानों में खलबली मच गई है। सबसे बड़ी परेशानी उन किसानों के लिए जो गांव छोड़कर शहर में बस गए हैं
संशोधन में यह तय किया गया है कि किसी खेत में अगर पांच साल तक खेती नहीं की जाती है और उसे खाली छोड़ा जाता है तो वह जमीन सरकार की हो जाएगी। संशोधन के अनुसार तहसीलदार आवश्यक होने पर ऐसी जमीन पर कब्जा ले लेंगे। यह बदलाव धारा 175 के बाद धारा 176 के अंत: स्थापन के तहत किया गया है। हालांकि पूर्व में भी इस तरह के प्रावधान थे, लेकिन सरकार ने इसका दुरुपयोग देखते हुए खत्म कर दिया था। अब एक बार फिर से इसे वापस जोड़ा गया है।
15.jpg

राजपत्र प्रकाशित
इसे लेकर मध्यप्रदेश के भू-राजस्व संहिता में किए गए इस प्रावधान का प्रकाशन राजपत्र में कर दिया गया है। इसके अनुसार मूल अधिनियम की धारा 175 के पश्चात धारा 176 के रूप में अंत: स्थापन किया गया है। इसमें स्पष्ट किया गया कि यदि कोई भू स्वामी, जो अपने खाते पर स्वयं या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा पांच साल तक खेती नहीं करता है, भू-राजस्व का भुगतान नहीं करता है और उसने उस ग्राम को छोड़ दिया है, तो तहसीलदार ऐसी जांच के बाद आवश्यक समझने पर उस खाते में समाविष्ट भूमि का कब्जा ले लेंगे।
16.jpg

सरकार की हो जाएगी जमीन
भू-राजस्व संहिता में किए बदलाव के अनुसार अगर आप मापदंड पर खरे नहीं उतरते हैं तो उस जमीन को शासकीय घोषित कर दिया जाएगा। इस स्थिति में एक बार में एक कृषि वर्ष की कालावधि के लिए भूमि स्वामी की ओर से पट्टे पर देकर खेती की व्यवस्था कर सकेगा। सामान्य भाषा में इसे समझे कि अगर किसी किसान ने अपना गांव छोड़ दिया है और पांच साल से खेत में खेती नहीं हो रही है और उसका लगान जमा नहीं किया गया तो उस जमीन को तहसीलदार अपने कब्जे में ले लेंगे।
govt change in land revenue act
IMAGE CREDIT: patrika

फिर ऐसे वापस मिलेगी जमीन
ऐसा नहीं है कि सरकार जब जमीन वापस ले लेगी तो आपको लौटाएगी नहीं। उसके लिए कुछ शर्त तय किए गए हैं। जिस तारीख को तहसीलदार ने जमीन पर कब्जा किया है, उसके आगामी कृषि वर्ष से पांच साल की अवधि में भू-स्वामी या विधिक हकदार अपना दावा करता है और सभी बकाया भूमि शोध्यों का भुगतान कर देता है तो तहसीलदार शर्तों के तहत जमीन पर वापस कर देगी।
Horticulture department and PepsiCo company doing arbitrary withfarmer
IMAGE CREDIT: patrika
अवधि भी है तय
वहीं, संशोधन में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर तय अवधि में कोई दावा प्रस्तुत नहीं होता या फिर किसान द्वारा किया गया दावा खारिज कर दिया जाता है तो इसका प्रतिवेदन तहसीलदार अपने अनुविभागीय अधिकारी को सौपेंगे। अनुविभागीय अधिकारी इसके बाद उस जमीन को परित्यक्त घोषित करते हुए उसे सरकारी घोषित कर देगा।

Home / Satna / पांच साल तक नहीं करेंगे खेती तो सरकार की हो जाएगी जमीन, फिर ऐसे मिलेगी वापस

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो