इस वर्ष कड़ाके की ठंड की उम्मीद कम मौसम विभाग ने दिसंबर से फरवरी के लिए मौसम की जो भविष्यवाणी की है। वह किसानों के लिए निराश करने वाली है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वर्ष उत्तर भारत को छोड़ कर मध्य व पश्चिम में औसत से कम ठंड पड़ेगी। दिसंबर से फरवारी के बीच का तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक दर्ज हो सकता है। यह स्थित अलनीनो इफेक्ट के कारण बन रही है। यदि आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड नहीं पड़ी तो गेहूं की फसल प्रभावित होना तय है।
दो दिन बाद बदलेगा मौसम
दो दिन बाद बदलेगा मौसम
पहाड़ों पर हो रही जोरदार बर्फबारी का असर विंध्य के मौसम में भी पडऩे वाला है। हवाओं का रूख बदलने से अगले दो दिन में विंध्य के तापमान में गिरावट दर्ज होगी। इससे ठंड की रफ्तार बढऩे का अनुमान है। लेकिन आगे भी मौसम में उतार चढ़ाव का क्रम बना रहेगा। इसलिए इस वर्ष लोगों को कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिल सकती है।
रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री तथा न्यनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक था।
रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री तथा न्यनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक था।