740 रिपिड से जुड़कर तैयार होगा एक गर्डर आम्बेडकर प्रतिमा के कारण दो पिलर के बीच की दूरी 18 मीटर है। जो गर्डर आ रहे हैं वे 6 मीटर लंबे हैं। इस तरह से तीन पीस को जोड़ कर एक गर्डर तैयार किया जाएगा। एक गर्डर से दूसरे गर्डर को जोड़ने के लिए 18 मिली मीटर मोटे 740 रिपिड इस्तेमाल किए जाएंगे। सेमरिया चौक के ऊपर इस्तेमाल होने वाले सभी गर्डर का कुल वजन 1089 टन है। गर्डर की कुल लागत 13.40 करोड़ बताई गई है। गर्डर को पिलर पर लॉन्च करने की लागत 2.16 करोड़ है। अगर गर्डर की लॉन्चिंग दिन-रात होती तो यह लागत 1.60 करोड़ होती। लेकिन, दिन के ट्रैफिक को देखते हुए पूरा काम रात को होगा।
दिसंबर अंत तक पूरा हो जाएगा काम
बताया जा रहा कि गर्डर लॉन्चिंग का काम दिसंबर पहले सप्ताह से शुरू हो जाएगा। यह काम दिसंबर अंत तक पूरा हो जाएगा। इस दौरान एक साइड का ट्रैफिक रोका जाएगा। प्रदेश में गर्डर लॉन्चिंग करने वाली कोई टीम नहीं है। लिहाजा दिल्ली और हरियाणा से यह टीम बुलाई जा रही है।