गौरतलब है कि गरीबों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने शहर में दो वर्ष पूर्व दीनदयाल रसोई का शुभारंभ हुआ था लेकिन बजट उपलब्ध न होने के कारण छह माह पूर्व इस रसोई को बंद कर दिया गया था। एक बार फिर इसके खुलने से गरीब एवं श्रमिक वर्ग ने राहत की सांस ली है। प्रतिदिन 200 गरीबों को भोजन शहर में खुली दीनदयाल रसोई में भोजन करने लोगों की भीड़ जुटती थी। एक समय था,जब इस रसोई में प्रतिदिन पांच सौ से अधिक लोग भोजन करने आते थे लेकिन रसोई के बंद होने से गरीबों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया था।
उन्हें भोजन के लिए होटल में 50 रुपए देने पड़ते थे। निगम प्रशासन द्वारा संचालित की जा रही इस रसोई में फिलहाल दो सौ से अधिक लोगों को भोजन परोसा जाएगा।