पाल समाज का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को रिटायर्ड सूबेदार बाल गोविंद पाल के नेतृत्व में सर्किट हाउस पहुंचा, लेकिन भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने न तो उनसे मुलाकात की और न ही ज्ञापन लेना उचित समझा। जिसके बाद उनकी नाराजगी और बढ़ गई है। अब उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष शर्मा का बहिष्कार करने व राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराने का निर्णय लिया है।
जिला पाल संघ के पूर्व सचिव मनोज पाल ने बताया कि पूर्व विधायक राधेलाल बघेल को पार्टी अध्यक्ष ने एक वायरल वीडियो के आधार पर निलंबित किया है। लेकिन कार्रवाई से पहले इसकी सत्यता नहीं जांची गई। उनकी एकतरफा कार्रवाई से प्रदेश के पाल, गड़रिया, बघेल, धनगर समाज के लोग खासे आक्रोशित हैं।
एडवोकेट केपी पाल ने कहा कि राधेलाल न सिर्फ पाल समाज बल्कि पिछड़े वर्ग के बड़े नेता हैं। विमुक्त घुमक्क जनजातियों को महाराष्ट्र की तर्ज पर अलग आरक्षण देने की मांग को लेकर लगातार आवाज उठाते रहते हैं। यही वजह है कि एक साजिश के तहत उन्हेें साइडलाइन किया जा रहा है, लेकिन आगामी चुनावों में इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ेगा। प्रतिनिधि मंडल में केपी पाल, मनोज पाल, गयासी पाल, विनोद पाल, सभापति पाल, रजनीश पाल, राजू पाल सहित अन्य लोग शामिल रहे।