चोरी की 23 बाइक के साथ चार शातिर गिरफ्तार
सतनाPublished: Jul 22, 2020 12:15:20 am
रीवा, सतना और सीधी से चोरी हुई बाइक जब्त, सिटी कोतवाली पुलिस के मिली बड़ी सफलता
Four vicious arrested with 23 stolen bikes
सतना. शहर और देहात इलकों से मोटर साइकिल चोरी करने वाला एक बेहद शातिर गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा है। गिरोह के सदस्यों से पुलिस ने चारी की 23 बाइक बरामद कर ली हैं। गिरोह के सभी सदस्य अलग अलग जिलों में रहने वाले हैं और चोरी के बाद एक साथ ही हो जाते थे। इस गिरोह का पर्दाफास मंगलवार को पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने किया है। इस दौरान एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी, डीएसपी मुख्यालय आइपीएस हितिका वासल, सीएसपी विजय प्रताप सिंह व निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा भी अपनी टीम के साथ मौजूद रहे।
पार्क के पास मिले थे चोर
पुलिस का कहना है कि 20 जुलाई को पुष्करणी पार्क के पास चार व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में मिले थे। इनमें निगरानी बदमाश गुफरान उर्फ पैया भी था। एक साथ चारों को देख पुलिस को संदेह हुआ और सभी को पूछताछ के लिए लाया गया। पुलिस ने अपने तरीके से पूछा तो आरोपियों ने बताया कि 12 जुलाई 2020 को झूलेलाल मंदिर बजरहा टोला से एक बाइक एमपी 19 एमजी 8006 चोरी की है। एक बाइक का पता चलने पर पुलिस सख्त हुई तो चारों आरोपियों ने एक एक कर चोरी की 23 बाइक बरामद करा दीं।
यह हैं आरोपी
पुलिस ने आरोपी गुफरान उर्फ पैया पुत्र मोहम्मद इदरीश खान (30) निवासी खूंथी गली नंबर 2 सतना, मोहम्मद सरफराज पुत्र आजाद खान (20) निवासी खूंथी गली नंबर 2, आदर्श प्रजापति पुत्र सुरेश प्रजापति (18) निवासी पीलीघाट नागौद, उमेश सोनी उर्फ कनपुरिया पुत्र अयोध्या प्रसाद सोनी (32) निवासी पटेलपुर श्मसान घाट के पास सीधी को गिरफ्तार किया है। इनमें गुफरान के खिलाफ 30 अपराध, आरोपी आदर्श के विरुद्ध थाना नागौद में 4 अपराध, आरोपी उमेश के विरुद्ध थाना कोतवाली जिला सीधी में 9 अपराध पंजीबद्ध हैं।
शहर बदल देते हैं चोर
इस शातिर चोर गिरोह तक पहुंचने में निरीक्षक राजेन्द्र मिश्रा, उप निरीक्षक रुपेन्द्र राजपूत, केएन मिश्रा, एएसआइ रामनरेश साकेत, प्रधान आरक्षक रामनिवास बागरी, आरक्षक राहुल सिंह, रमाकांत तिवारी, अखण्डप्रताप सिंह, आकाश द्विवेदी, हरीश मिश्रा, दिलीप सिंह, दिनेश परस्ते, बृजेन्द्र पाण्डेय, धर्मराज यादव, प्रवीण यादव, अरविन्द सिंह, रामबगस नेताम, प्रदीप पाण्डेय, पुनीत सिंह, साधना शुक्ला ह अहम भूमिका रही। पुलिस का कहना है कि चोरी के बाद वाहन दूसरे शहर में ले जाकर आरोपी बेचा करते थे। इस तरह रीवा, सीधी और सतना के कई वाहनों का सौदा इन्होंने किया है।