ये हाल है सतना का। सतना के सीएमएचओ दफ्तर के समीप ही कचरे का ढेर लगा है। इस दफ्तर से सटे ही क्वारंटीन सेंटर है वहां जिन्हें क्वारंटीन किया जा रहा वो नारकीय जीवन जीने को विवश हैं। इतना ही नहीं संक्रमण फैलने का भी खतरा है लेकिन नगर निगम सो रहा है।
इस दफ्तर में आने-जाने वालों का तांता लगा रहता है। लोग उसी कचरे से हो कर गुजरने को विवश हैं। स्वास्थ्य कर्चमचारी तक परेशान हैं। लेकिन नगर निगम को इससे कोई सरोकार नहीं। आलम यह है कि डस्टविन भर चुके हैं और कचरा बाहर फैल रहा है। लोगों का कहना है कि जब सीएमएचओ दफ्तर औऱ क्वारंटीन सेंटर का यह हाल है तो आम जगहों की कल्पना सहज ही की जा सकती है।
बता दें कि सीएमएचओ दफ्तर से सटे ही जीएनएम हॉस्टल है जहां क्वारंटीन सेंटर बना है। यहां हॉटस्पॉट जोन के लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इसमें कोरोना संदिग्ध भी हैं। इस सेंटर में फिलहाल 38 लोगों को रखा गया है। इनमें से एक जिनकी क्वारंटीन अवधि पूरी हो गई, उन्होंने वापस घर लौटते वक्त पत्रिका को बताया कि क्वारंटीन सेंटर से कचरा रोज नहीं हटाया जाता। इस कारण वहां रहने वाले बेहाल हैं। दरवाजा खोलते ही कचरे की बदबू से सांस लेना दूभर हो जाता है। पल भर खड़ा होना भी मुश्किल है।
अब रोजाना कचरा न हटाए जाने से क्वारंटीन सेंटर के बाहर कूड़ा-कचरा का ढेर लग गया है। इससे संक्रमण का भी खतरा पैदा हो गया है। कारण ये कचरा हल्की सी तेज हवा से उड़ कर जहां-तहां फैल रहा है।
ऐसा नहीं कि नगर निगम के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं, पर सब कुछ जानते हुए भी वो हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
ऐसा नहीं कि नगर निगम के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं, पर सब कुछ जानते हुए भी वो हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।