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किसानों का गेहूं खराब बताकर रिजेक्ट नहीं कर पाएंगी समितियां, ये है नया आदेश

locationसतनाPublished: Mar 12, 2018 11:27:04 am

Submitted by:

suresh mishra

अन्नदाता के लिए खुश खबर: समितियों से छिना अधिकार, हर केंद्र में तैनात किए जाएंगे क्वॉलिटी कंट्रोलर

Wheat

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सुखेंद्र मिश्र @ सतना। इस साल गेहूं खरीदी केंद्रों में गेहूं की गुणवत्ता जांच पर विशेष नजर रखी जाएगी। बीते साल समिति प्रबंधकों द्वारा किसानों का अनाज गुणवत्ताहीन बताकर पूरा लॉट रिजेक्ट करने की शिकायतों से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने समितियों से गेहूं की गुणवत्ता जांचने का अधिकार छीन लिया है।
समिति प्रबंधक अब किसानों के गेहूं को घटिया बताकर उसे खरीदने से इंकार नहीं कर पाएंगे। केंद्रों में घटिया गेहूं की खरीदी रोकने के लिए प्रत्येक गेहूं खरीदी केंद्र में नान एवं खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा गुणवत्ता जांच अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी। खरीदी केंद्र पहुंचते ही क्वॉलिटी कंट्रोलर सबसे पहले गेहूं की गुणवत्ता जांचेगा।
किसान एवं समितियां दोनों को राहत

जांच में गुणवत्ता ठीक होने पर उसकी तौल कराई जाएगी। इस नई व्यवस्था से किसान एवं समितियां दोनों को राहत मिलेगी। गुणवत्ता जांच अधिकारी नियुक्त होने पर समिति कर्मचारी किसानों पर दबाव नहीं बना पाएंगे और वेयर हाउस में गेहूं जमा कराने में आसानी होगी।
उसी दिन उठाव, दो दिन में भुगतान
गेहूं बेचने आने वाले किसानों को खरीदी केंद्रों में रतजगा न करना पड़े, इसके लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। खरीदी केंद्रों में अनाज का स्टॉक न बढ़े, इसके लिए केंद्रों में शाम तक खरीदे गए अनाज का उसी दिन परिवहन करने के निर्देश दिए गए हैं। अपनी उपज बेचने के बाद महीनों तक समितियों के चक्कर लगाने वाले किसानों को दो दिन में खाते में भुगतान मिल जाएगा। जो समितियां अनाज के उठाव एवं किसानों के भुगतान में लेटलतीफी करेगी, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सिंहपुर, चित्रकूट में बनेंगे चेकपोस्ट
गेहूं खरीदी के दौरान दूसरे जिलों, राज्यों का गेहूं जिले के खरीदी केंद्रों तक न पहुंच सके इसके लिए उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे सिंहपुर और चित्रकूट मार्ग पर दो चेकपोस्ट बनाए जाएंगे। चेकपोस्ट द्वारा दूसरे राज्य से आने वाले गेहूं की जांच कर उसकी निगरानी की जाएगी। सरकारी खरीदी के दौरान गेहूं की कालाबाजारी रोकने जिलास्तरीय जांच टीम गठित की जाएगी। जो कालाबाजारी पर नजर रखेगी। इससे किसानों को राहत मिलेगी, जबकि बिचौलियों पर शिकंजा कसा जाएगा।
गेहूं खरीदी की हकीकत
– 82 खरीदी केंद्र जिले में
– 1.49 हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी
– 2.25 लाख किसान
– 44626 किसानों का पंजीयन
– 11867 नवीन पंजीयन
– 44 क्विं. / हे. उत्पादन सिंचित
– 28 क्विं. / हे. उत्पादन असिंचित
– 1735 रुपए समर्थन मूल्य
– २५मई तक जिले में होगी समर्थन मूल्य पर खरीदी
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