प्रेमी की कब्र पर खाट बिछाकर सोती थी प्रेमिका
सतनाPublished: Feb 19, 2020 12:17:29 am
कंबल मे बांधकर तीन फीट के गड्ढे में दफनाया था प्रेमी का शव, 72 दिन बाद कब्र से बाहर निकाला गया शव, प्रेमिका ने ही हटाई मिट्टी, पोस्टमार्टम के लिए रीवा मेडिकल कालेज भेजा गया शव, सपनों से परेशान होकर प्रेमी के परिजनों को दी थी जानकारी, पुलिस के भय से साक्ष्य छिपाने घर के अंदर दफना दिया था शव
Girlfriend slept by laying a bed on the lover’s grave
सीधी/सतना. प्रेमी की मौत के बाद कमरे में कब्र खोदकर दफना देने के मामले में मंगलवार को पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में शव को खनन कर निकाल लिया गया। शव खनन कर कब्र से निकालने में करीब पांच घंटे का समय लगा। यह बात सामने आई है कि मृतक की कब्र पर ही युवती खाट बिछाकर सोती थी। हालांकि मृत्यु का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। एेसे में शव पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज रीवा भेज दिया गया।
मामले में युवक की प्रेमिका ज्ञानू सिंह पुत्री सूरजभान सिंह गोंड़ निवासी ग्राम पंचायत कमछ करौंटी ने बताया कि मेरी और मृतक मोहम्मद खान पुत्र रब्बान मोहम्मद खान निवासी मिरगौती थाना रामनगर जिला सतना की पहचान अनचाही कॉल के दौरान हुई थी और फिर मोबाइल के माध्यम से एक दूजे से प्यार हो गया। इस बीच मृतक मुझे दो बार हैदराबाद ले गया और वापस आने पर मेरे ही घर में रहता था। बकौल युवती, यह प्रेम कहानी फरवरी 2017 से चल रही थी। इसी बीच 6 दिसंबर को दोनों के बीच रात में विवाद हो गया। 7 दिसंबर को दोपहर करीब 2 बजे युवती की मां मवेशी चराने जंगल चली गई थी और युवती लकड़ी लेने गई। इसी दौरान प्रेमी ने फांसी लगा लिया। जब युवती जंगल से आई तो प्रेमी के गले में फंदा लगा था और जमीन पर दीवार के सहारे टिका था। देखने पर पता चला कि प्रेमी की मौत हो गई है। युवती ने बताया कि हंसिया से फंदा काटकर घर के अंदर छोटे से कमरे में रात 11 बजे से गड्ढा खोदना शुरू किया। उसी गड्ढे में प्रेमी को दफना दिया और मिट्टी से पाटकर ऊपर से कोदौ का पुआल डाल दिया था।
आधार कार्ड में बदला नाम
मृतक ने आधार कार्ड में अपना नाम बदलकर राजू सिंह पिता विनय सिंह सोंटिया कराया था, जबकि पता सही अंकित किया गया था। मृतक ने युवती से अपने आप को अनाथ होना बताया था।
सपने में सताया तो पहुंची मृतक के घर
युवती ने बताया कि मृत्यु के बाद से मृतक की आत्मा मुझे सताने लगी और सपने में मृतक रोज यही कहता था कि मैं फांसी लगाकर मर गया और तुम मेरा क्रियाकर्म मुस्लिम रीति रिवाज से नहीं की हो और न ही मेरे घर वालों को सूचना दी हो। तुम मेरे गांव जाकर घर वालों को सूचना दे दो, नहीं तो मैं तुम्हें हमेशा परेशान करता रहूंगा। जिससे मैं परेशान होकर बीते 15 फरवरी को प्रेमी के पिता के नाम और गांव का पता करते हुए मृतक के घर पहुंची और बताया कि आपका लड़का फांसी लगाकर मर गया है। जिसे मैं गड्ढा खोदकर अपने ही घर में दफना दी हूं। चलकर अपने लड़के की लाश ले आओ। जिसकी सूचना थाना रामनगर जिला सतना को दी गई और लड़की को वापस उसके घर करौंटी भेज दिया गया।
एक दिन पहले रात में हुआ था झगड़ा
प्रेमिका ने बताया कि 6 दिसंबर को रात मेरे पैर में दर्द हो रहा था। जिसके कारण मैं पैर सेंक कर रही थी तो मृतक बोला कि सो जाओ रात हो गई है। जिस पर मैंने कहा कि मेरे पैर में दर्द हो रहा है मैं सेंक रही हूं, तुम सो जाओ मैं बाद में सो जाऊंगी। जिससे मृतक भड़क गया और आग जलाने वाली गोरसी को उठाकर पटक दिया और मेरा गला दबाने लगा तो मैं चिल्लाने लगी, तब डंडा लेकर मुझे मारने लगा। मुझे मारने के बाद मेरी मां को आवाज देकर बोलने लगा कि मैं मर जाऊंगा और घर से भागने लगा तब मां ने समझा बुझाकर शांत कराया। सभी लोग घर में सो गए। सुबह 7 फरवरी को मां ने खाना बनाकर हम दोनों को खिलाया और मवेशियों को चराने जंगल चली गई। मैं लकड़ी लेने चली गई। उसी दौरान युवक घर में फांसी पर झूल गया।
दफनाने की देता था सलाह
युवती ने बताया कि मृतक जीवित अवस्था में मृत्यु के शव को न जलाने तथा जमीन में दफनाने की सलाह दिया करता था। बताया कि मृतक कहा करता था कि जब मैं मर जाऊं तो तुम मेरे शव को जलाना मत मैं मुस्लिम हूं, मेरे समुदाय में शव को जलाया नहीं, मिट्टी में दफनाया जाता है। इसलिए एक छोटी सी कोठरी में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था।
समुदाय की जानकारी से शुरू हुआ विवाद
युवती ने बताया कि मृतक ने पहले अपने समुदाय का नाम छुपाते हुए आदिवासी बताया था, लेकिन कुछ दिनों बाद मुझे पता चल गया कि यह मुस्लिम समुदाय का है। जिसके बाद मैंने कई बार मना किया था कि तुम अब मेरे घर मत आना मुझसे गलती हुई तो हुई लेकिन अब और नहीं होगी। तुम अपने जाति में शादी कर लेना और मैं अपनी जाति में शादी कर लूंगी। लेकिन मना करने के बावजूद मृतक युवती के घर में आता रहा है और घर के काम खेती-बाड़ी आदि में मेरी मां का सहयोग करता रहा।
दो बार कर चुकी हैदराबाद की सैर
युवती ने बताया कि मृतक हैदराबाद में ट्रक चलाया करता था। इन तीन वर्षों के दौरान मुझे दो बार हैदराबाद ले गया था और जगह बदलकर 15 दिन तक रखता था फिर वापस गांव में लाकर छोड़ देता था, खुद 15 दिन गांव में रुककर फिर हैदराबाद चला जाता था। तीन माह बाद फिर वापस आ जाता था। इस बीच किसी से भी गोंड़ जाति के न होने की बात बताने का जिक्र किया करता था।
कटनी में हुई पहली मुलाकात
युवती ने बताया कि पहले फोन के माध्यम से चार माह तक बात हुई फिर मृतक ने उसे कटनी बुलाया। इस पर युवती ने कहा कि उसके घर में बूढ़ी नानी और मां के अलावा कोई नहीं है, इसलिए वह नहीं आ पाएगी। लेकिन मृतक द्वारा लगातार कटनी आने का दबाव बनाया जाने लगा और एक दिन ट्रेन से युवती कटनी पहुंच गई और वहीं मुलाकात हुई। वहीं से युवक युवती को लेकर हैदराबाद चला गया। 15 दिन रहने के बाद दोनों लोग वापस आ गए।
मां बेटी ने निकाला शव
प्रशासनिक अधिकारियों सहित परिजनों व सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में बेटी गड्ढे की मिट्टी निकालकर तगाड़ी में मां को पकड़ाती गई और मां मिट्टी फेंकती गई। मिट्टी निकलने के बाद मृतक के परिजनों ने चादर में लिपटे हुए शव को बाहर निकाला। मृतक के शरीर में कपड़े थे। एेसे में शव ज्यादा गल नहीं पाया था। लेकिन इतना सही भी नहीं है कि बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मौत का कारण स्पष्ट हो सके। शव के साथ ही मृतक के अन्य कपड़े भी दफन कर दिए गए थे।परिजनों ने लगाया हत्या का आरोपमृतक के परिजनों को हत्या की आशंका बनी हुई है। वहीं युवती और उसकी मां अभी भी अपने बयान पर कायम हैं। दोनों कहना है कि युवक ने फांसी लगाकर जान दी है और युवती ने अकेले ही गड्ढा खोदकर शव को घसीटकर दफना दिया है। इसमें किसी ने युवती का सहयोग नहीं किया है। फिलहाल एसडीओपी कुसमी अभिनव कुमार बांद्रे के मार्गदर्शन पर पोड़ी चौकी प्रभारी आकांक्षा पांडेय संदेही मां बेटी से पूछताछ कर रही हैं। इसके साथ ही घटना से जुड़े हर पहलू केा बारीकी से जांचा जा रहा है। मृतक का टूटा हुआ मोबाइल फोन तथा सिम कार्ड भी पुलिस ने युवती के घर से बरामद किया है।
“पीएम रिपोर्ट से होगा खुलासाफॉरेन्सिक टीम व परिजनों तथा ग्रामीणों की उपस्थिति में शव को निकाला गया है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का कारण स्पष्ट हो पाएगा।”
बीएन योगी, नगर निरीक्षक, कुसमी