वैसे इस छापेमारी के संबंध में डिप्टी कमिश्नर एईबी सतना, जीएस कंवर का कहना है कि निर्माण से जुड़े एक फर्म संचालक के ऑफिस और निवास पर एईबी की टीम ने दस्तावेजों की जांच पड़ताल की है। मासिक और वार्षिक रिटर्न में टैक्स का अंतर सामने आया है। इस आधार पर 60 लाख की राशि जमा कराई गई है।
जानकारी के मुताबिक जानकारी के मुताबिक स्टेट जीएसटी एईबी सतना की 20 सदस्यीय टीम ने डिप्टी कमिश्नर गणेश कंवर के नेतृत्व में नित्यान्ता इंटरप्राइजेज के संचालक संजय शुक्ला के भरहुत नगर स्थित आवास और राजेंद्र नगर गली नंबर-5 स्थित कार्यालय में एक साथ दबिश दी। सूत्रों के मुताबिक नित्यान्ता इंटरप्राइजेज के द्वारा मासिक जमा किए जाने वाले 3बी रिटर्न में अधिक और वार्षिक रिटर्न जीएसटी आर-9 में कम टैक्स जमा किया गया। टीम ने नित्यान्ता इंटरप्राइजेज के द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 और 2018-19 के दौरान 3बी रिटर्न और वार्षिक रिटर्न में जमा किए गए टैक्स का मिलान किया, जिसमें करीब 60 लाख का टैक्स कम जमा किए जाने की जानकारी सामने आई। इसी आधार पर एईबी की टीम ने मौके पर 60 लाख की राशि जमा कराई है। इस कार्रवाई में स्टेट कर अधिकारी अमित पटेल, एसके साकेत, विनय पांडेय, संदीप त्रिपाठी समेत कई अधिकारी शामिल रहे।
जांच के दौरान एईबी की टीम को वित्तीय वर्ष 2017-18 में 21 लाख और 2018-19 में 39 लाख कम टैक्स जमा किए जाने के प्रमाण मिले हैं। सूत्रों की मानें तो वित्तीय वर्ष 2019-20 के वार्षिक रिटर्न जमा करने की तिथि फरवरी थी, लेकिन तिथि में बढ़ोत्तरी होने से इसका फायदा फर्म के संचालक को मिला है। अब इनके द्वारा वर्ष 2019-20 का वार्षिक रिटर्न जमा किए जाएगा। इन्हीं सूत्रों की मानें तो नित्यान्ता इंटरप्राइजेज का वार्षिक टर्नओवर 10 से 12 करोड़ का बताया गया है।
सूत्र बताते हैं कि नित्यान्ता इंटरप्राइजेज के द्वारा सड़क, नहर और बिल्डिंग से जुड़े कार्यों का ठेका लिया जाता है। इस फर्म का कार्य सीधी, शहडोल, छिंदवाड़ा और सिंगरौली समेत कई जिलों में चल रहा है। यह फर्म कई वर्षों से निर्माण से जुड़े कार्यों का ठेका लेकर काम कर रही है, किसी गवर्नमेंट कॉन्ट्र्रैक्टर के यहां एईबी के द्वारा की गई यह पहली कार्रवाई मानी जा रही है।