बताया जा रहा है कि सब्जी विक्रेता व फर्म संचालक नंदू प्रसाद सेन, ग्राम पंचायतों में ठेकेदारी तथा बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई करता था। आरोप है कि इस दौरान वह बंडी व अन्य पंचायतों में निर्माण सामग्री के नाम बिल काटे गए। जांच के दौरान मौके पर कोई दुकान नहीं मिली। इस कार्रवाई में राज्यकर की दो दर्जन अधिकारियों की टीम ने छापा मारा और सेन के घर से कई दस्तावेज जब्त किए। जीएसटी टीम की प्रारंभिक जांच में 63 लाख 80 हजार से अधिक की कर चोरी की जानकारी मिली है। जीएसटी टीम, वेदांता इंटरप्राइजेज नाम से चलाई जा रही फर्म के संचालक नंदू प्रसाद सेन के यहां जीएसटी की कार्रवाई शनिवार देर शाम तक जारी रही।
बताया यह भी जा रहा है कि शिवराजपुर पंचायत के रोजगार सहायक प्रभाकर उर्मलिया निवासी बंडी पर भी पंचायतों में माल सप्लाई कराने के एवज में फर्जी बिल आहरित कराने का आरोप हैं। चर्चाओं के अनुसार नागौद की पंचायतों में बिना निर्माण कराए ही योजनाओं की राशि निकाला जा रहा है। यहां पंचायतों के कर्मचारी, अधिकारियों की शह पर कई बड़े खेल हो रहे हैं जिसकी जानकारी अब जीएसटी टीम को लग गई है। कमीशन के चक्कर में फर्जी बिल बनाना और उन्हें पास कराने का खेल भी खेला जा रहा है। इसके पूर्व भी यहां दो बार छापामार कार्रवाई की जा चुकी है जिसमें इस प्रकार के फर्जी बिलों की जानकारी सामने आ चुकी है।
राज्य कर अधिकारी, सतना केपी सिंह के अनुसार यह कार्रवाई बंडी निवासी सब्जी विक्रेता व फर्म संचालक नंदू प्रसाद सेन के घर पर की गई। जहां जीएसटी नंबर लेकर पंचायतों में माल सप्लाई के बिल काटे गए।