धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम
हॉलमार्किंग अनिवार्य होने के बाद धोखाधड़ी कम होगी। इसके साथ ही केवल तीन कैटेगरी में ही आभूषण मिलेंगे। 14, 18 और 22 कैरेट के आभूषणों की बिक्री होगी जिससे कस्टमर को ज्यादा फ ायदा मिलेगा। अब धोखाधड़ी करने वाले सराफ ा कारोबारी ऊपर कारवाई भी होगी। वही हॉलमार्क केंद्र भी अगर धोखाधड़ी करता है तो उस पर कम से कम एक लाख से कुल आभूषण की कीमत का 5 गुना तक जुर्माना वसूला जाएगा।
हॉलमार्किंग अनिवार्य होने के बाद धोखाधड़ी कम होगी। इसके साथ ही केवल तीन कैटेगरी में ही आभूषण मिलेंगे। 14, 18 और 22 कैरेट के आभूषणों की बिक्री होगी जिससे कस्टमर को ज्यादा फ ायदा मिलेगा। अब धोखाधड़ी करने वाले सराफ ा कारोबारी ऊपर कारवाई भी होगी। वही हॉलमार्क केंद्र भी अगर धोखाधड़ी करता है तो उस पर कम से कम एक लाख से कुल आभूषण की कीमत का 5 गुना तक जुर्माना वसूला जाएगा।
अपनी पसंद का बनवा सकते हैं आभूषण कारोबारियों ने कहा कि हॉलमार्क अनिवार्य होने के बाद लोग अपनी पसंद की डिजाइन से आभूषण बनवा सकते हैं। ग्राहक भी हॉलमार्कि ंग केंद्र में आभूषण की जांच कराकर कैरेट का पता कर सकता है। ज्वैलर्स को एक साल का वक्त पुराने आभूषण को बेचने के लिए दिया गया है। इस अवधि के दौरान सभी ज्वैलर्स को पंजीकरण भी कराना होगा।
यह कहते हैं कारोबारी
हॉलमार्किंग से ग्राहकों का विश्वास बढ़ेगा। हालांकि सरकार रजिस्ट्रेशन शुल्क को कम करे। हॉलमार्किंग केंद्र पर भी नजर रखने की जरूरत है। साथ ही शहर में अधिक संख्या में हॉलमार्क सेंटर खोलने की जरुरत है।
हॉलमार्किंग से ग्राहकों का विश्वास बढ़ेगा। हालांकि सरकार रजिस्ट्रेशन शुल्क को कम करे। हॉलमार्किंग केंद्र पर भी नजर रखने की जरूरत है। साथ ही शहर में अधिक संख्या में हॉलमार्क सेंटर खोलने की जरुरत है।
अविष सराफ, प्रदेश अध्यक्ष, इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन प्लस हॉल मार्किंग से अब ग्राहकों को यह जानने में परेशानी नहीं होगी कि आभूषण कितने कैरेट का है। दुकानदार भी इसको लेकर काफ ी सतर्क रहेंगे। उन्हें अपनी ज्वैलरी को बेचने में घाटा नहीं होगा।
उमाशंकर अग्रवाल, सराफा संघ उपाध्यक्ष अब ग्राहक आसानी से पता कर सकते हैं कि आभूषण 18 या 22 कैरेट का है । पहले कई लोग धोखाधड़ी भी करते थे अब इस पर लगाम लगेगी, लोगों का भरोसा बढ़ेगा।
संजय सोनी, ज्वैलरी विक्रेता इंडस्ट्री को फ ायदा मिलेगा । जो लोग गलत कर रहे थे केवल उन्हीं को परेशानी होगी। ग्राहकों को क्वालिटी प्रोडक्ट मिलेगा। लोगों को दुविधा कम होगी ।
रविशंकर गौरी, सराफा संघ सरंक्षक
रविशंकर गौरी, सराफा संघ सरंक्षक