कहा है कि इससे पूर्व भी आरोपी ने छेड़छाड़ की थी। जिसकी शिकायत थाने में दर्ज है। उसने जेल से लौटने के बाद पीड़िता के साथ गलत कर कुएं में लाश फेंक दी है। इसलिए आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए। हालांकि एसडीओपी के आश्वासन पर परिजनों ने जाम खोल दिया। लेकिन करीब घंटेभर रीवा-हनुमना मार्ग का आवागमन बाधित रहा।
ये है मामला
मिली जानकारी के मुताबिक हनुमना थाना क्षेत्र में एक दिन पूर्व लापता किशोरी का संदिग्ध अवस्था में कुएं पर शव मिला था। पुलिस ने शव को कुएं से बाहर निकलवा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा था। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था। लेकिन गुस्साए परिजन उसका शव लेकर हनुमना कस्बे में पहुंचे और चक्काजाम कर दिए। आरोप है कि किशोरी के साथ साल भर पूर्व छेड़खानी हुई थी। जिसका मामला थाने में दर्ज था और न्यायालय से आरोपी को 4 वर्ष की सजा हुई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक हनुमना थाना क्षेत्र में एक दिन पूर्व लापता किशोरी का संदिग्ध अवस्था में कुएं पर शव मिला था। पुलिस ने शव को कुएं से बाहर निकलवा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा था। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था। लेकिन गुस्साए परिजन उसका शव लेकर हनुमना कस्बे में पहुंचे और चक्काजाम कर दिए। आरोप है कि किशोरी के साथ साल भर पूर्व छेड़खानी हुई थी। जिसका मामला थाने में दर्ज था और न्यायालय से आरोपी को 4 वर्ष की सजा हुई थी।
हाईकोर्ट से जमानत पर था आरोपी
परिजनों का कहना है कि हाईकोर्ट से जमानत के बाद वह जेल से छूट कर बाहर आया था। परिजन उक्त आरोपी पर किशोरी को धमकाने व हत्या कर शव को कुएं फेंकने का आरोप लगा रखे थे। एसडीओपी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिससे करीब घंटे भर बाद परिजन जाम खोलने को राजी हो गए। घंटों जाम खुलवाने में हनुमना पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी।
परिजनों का कहना है कि हाईकोर्ट से जमानत के बाद वह जेल से छूट कर बाहर आया था। परिजन उक्त आरोपी पर किशोरी को धमकाने व हत्या कर शव को कुएं फेंकने का आरोप लगा रखे थे। एसडीओपी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिससे करीब घंटे भर बाद परिजन जाम खोलने को राजी हो गए। घंटों जाम खुलवाने में हनुमना पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी।