ऐसा था मामला
पुलिस ने दो मौत की सूचना पर अनुमान लगाया कि वाहनों की भिडंत से कोई बहुत बड़ा हादसा हुआ होगा जिसके लिए बल भी ज्यादा लगेगा। लिहाजा टीआइ ने डायल 100, एम्बुलेंस सहित थाने के पूरे बल को संभावित घटनास्थल रवाना होने के निर्देश दिए। नादन से महज सात किमी दूर पुलिस की टीमें जब मौके पर तिंदुहटी पहुंचीं तो उन्हें न कोई घायल मिला और न मृतक कहीं नजर आ रहे थे। पुलिस को लगा कि गांव के आसपास कहीं अन्य जगह घटना स्थल होगा, लेकिन एक घंटे में पूरा गांव और आसपास का चार-पांच किमी इलाका छानने पर भी सड़क हादसे के कोई निशान नहीं मिले। टीआइ ने ग्रामीणों से हादसे के बारे में पूछा तो वे भी चकरा गए। बाद में पुलिस लौट गई।
पुलिस ने दो मौत की सूचना पर अनुमान लगाया कि वाहनों की भिडंत से कोई बहुत बड़ा हादसा हुआ होगा जिसके लिए बल भी ज्यादा लगेगा। लिहाजा टीआइ ने डायल 100, एम्बुलेंस सहित थाने के पूरे बल को संभावित घटनास्थल रवाना होने के निर्देश दिए। नादन से महज सात किमी दूर पुलिस की टीमें जब मौके पर तिंदुहटी पहुंचीं तो उन्हें न कोई घायल मिला और न मृतक कहीं नजर आ रहे थे। पुलिस को लगा कि गांव के आसपास कहीं अन्य जगह घटना स्थल होगा, लेकिन एक घंटे में पूरा गांव और आसपास का चार-पांच किमी इलाका छानने पर भी सड़क हादसे के कोई निशान नहीं मिले। टीआइ ने ग्रामीणों से हादसे के बारे में पूछा तो वे भी चकरा गए। बाद में पुलिस लौट गई।
अज्ञात कॉलर ने बंद किया मोबाइल
पुलिस को इस बात की तसल्ली थी कि बताई गई जगह पर कोई हादसा नहीं हुआ और न ही किसी व्यक्ति की जान गई है। लेकिन, फर्जी सूचना देकर दो घंटे तक यहां-वहां दौड़ाने वाले अज्ञात कॉलर पर पुलिस का पारा गरम हो गया। अज्ञात कॉलर का नंबर सुबह साढ़े 11 बजे से बंद बता रहा था। पुलिस शाम तक कॉलर के बारे में पता नहीं कर पाई। अज्ञात कॉलर का पता अब साइबर सेल लगाएगा।
पुलिस को इस बात की तसल्ली थी कि बताई गई जगह पर कोई हादसा नहीं हुआ और न ही किसी व्यक्ति की जान गई है। लेकिन, फर्जी सूचना देकर दो घंटे तक यहां-वहां दौड़ाने वाले अज्ञात कॉलर पर पुलिस का पारा गरम हो गया। अज्ञात कॉलर का नंबर सुबह साढ़े 11 बजे से बंद बता रहा था। पुलिस शाम तक कॉलर के बारे में पता नहीं कर पाई। अज्ञात कॉलर का पता अब साइबर सेल लगाएगा।