31 जनवरी तक सभी कॉलेज हों शामिल
कॉलेजों के लिए यह कहा गया कि 31 जनवरी तक सभी को औद्योगिक भ्रमण के लिए ले जाना होगा। साथ ही भ्रमण के पूर्व युवाओं को रोजगार के लिए किस तरह इस भ्रमण में मदद मिलेगी, इस बात को समझाना होगा।
कॉलेजों के लिए यह कहा गया कि 31 जनवरी तक सभी को औद्योगिक भ्रमण के लिए ले जाना होगा। साथ ही भ्रमण के पूर्व युवाओं को रोजगार के लिए किस तरह इस भ्रमण में मदद मिलेगी, इस बात को समझाना होगा।
भर्ती वाली इकाइयों का चुनाव कॉलेजों में भ्रमण के लिए जिन इकाइयों को चुना जाता है उसमें फैक्ट्री अधिक होती है। इस बार कॉलेजों में प्रकोष्ठ प्रभारियों को ऐसी इकाइयों को चुनना होगा जहां युवाओं के लिए प्लेसमेंट को लेकर अधिक उम्मीद हो। ताकि इसका फ ायदा युवाओं को पढ़ाई के दौरान ही नौकरी के रूप में मिल सके।
ग्रेजुएशन लास्ट ईयर और पीजी स्टूडेंट्स को प्राथमिकता
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश में यह स्पष्ट किया गया कि इसमें ग्रेजुएशन के लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स और पीजी के स्टूडेंट्स को प्राथमिकता से शामिल किया जाए। ताकि डिग्री कंप्लीट होते होते उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के लिए प्रेरणा मिल सके।
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश में यह स्पष्ट किया गया कि इसमें ग्रेजुएशन के लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स और पीजी के स्टूडेंट्स को प्राथमिकता से शामिल किया जाए। ताकि डिग्री कंप्लीट होते होते उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के लिए प्रेरणा मिल सके।
इन बातों का रखा जाएगा ध्यान – 40 से 50 किलोमीटर के दायरे की औद्योगिक इकाइयों का होगा भ्रमण।
– भ्रमण के लिए ऐसी इकाइयों का चयन, जहां भर्ती की संभावना अधिक हो। – भ्रमण के लिए उन क्षेत्रों का चयन होगा जो जॉब ओरिएंटेड में बढ़ोतरी करें।
– ऐसी इकाइयां जो कॉलेज को मेंटरिंग के लिए गोद ले सकें।
– ऐसे माध्यम और लघु आकार इकाइयों का भ्रमण कराया जा सकता है जिनकी उत्पादन और सेवा प्रदाय प्रक्रिया को समझकर स्टूडेंट्स अपना रोजगार स्थापित कर सकें। उच्च शिक्षा विभाग का निर्देश मिला है। इसके तहत 50 छात्रों को औद्योगिक भ्रमण के लिए ले जाना है। शहर के आसपास जितनी भी फैक्ट्री और रोजगार देने वाली कंपनियां हैं उनके लिस्ट उच्च शिक्षा विभाग को भेजा गया है।
डॉ. सुशील शर्मा, प्रभारी, स्वामी विवेकानंद कैरियर प्रकोष्ठ
डॉ. सुशील शर्मा, प्रभारी, स्वामी विवेकानंद कैरियर प्रकोष्ठ