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स्टूडेंट्स को वहीं ले जाया जाएगा, जहां होंगे प्लेसमेंट के अधिक चॉन्स

locationसतनाPublished: Dec 07, 2019 10:03:49 pm

Submitted by:

Jyoti Gupta

उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया निर्देश, शिक्षा के साथ उनके विकास पर भी दिया जाएगा ध्यान

Higher education department issued instructions

Higher education department issued instructions

सतना. देशभर के कॉलेजों में अब स्टूडेंट्स की शिक्षा के साथ उनके कौशल विकास पर भी सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाने लगा है। यही वजह है कि अब कॉलेज, खासतौर पर गवर्नमेंट कॉलेजों में औद्योगिक भ्रमण को लेकर स्तरता में बढ़ोतरी हुई है। इसमें और बढ़ोतरी करते हुए अब मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में प्रदेशभर के कॉलेजों के लिए यह निर्देश जारी किया गया है कि स्टूडेंट्स को जल्द से जल्द औद्योगिक भ्रमण पर ले जाना सुनिश्चित किया जाए। इस बात का ध्यान रखा जाए कि वे स्वरोजगार के लिए प्रेरित हो सकें। यह औद्योगिक भ्रमण स्वामी विवेकानंद कैरियर गाइडेंस प्रकोष्ठ के तत्वावधान में आयोजित किए जाएंगे।
31 जनवरी तक सभी कॉलेज हों शामिल
कॉलेजों के लिए यह कहा गया कि 31 जनवरी तक सभी को औद्योगिक भ्रमण के लिए ले जाना होगा। साथ ही भ्रमण के पूर्व युवाओं को रोजगार के लिए किस तरह इस भ्रमण में मदद मिलेगी, इस बात को समझाना होगा।

भर्ती वाली इकाइयों का चुनाव

कॉलेजों में भ्रमण के लिए जिन इकाइयों को चुना जाता है उसमें फैक्ट्री अधिक होती है। इस बार कॉलेजों में प्रकोष्ठ प्रभारियों को ऐसी इकाइयों को चुनना होगा जहां युवाओं के लिए प्लेसमेंट को लेकर अधिक उम्मीद हो। ताकि इसका फ ायदा युवाओं को पढ़ाई के दौरान ही नौकरी के रूप में मिल सके।
ग्रेजुएशन लास्ट ईयर और पीजी स्टूडेंट्स को प्राथमिकता
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश में यह स्पष्ट किया गया कि इसमें ग्रेजुएशन के लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स और पीजी के स्टूडेंट्स को प्राथमिकता से शामिल किया जाए। ताकि डिग्री कंप्लीट होते होते उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के लिए प्रेरणा मिल सके।

इन बातों का रखा जाएगा ध्यान

– 40 से 50 किलोमीटर के दायरे की औद्योगिक इकाइयों का होगा भ्रमण।
– भ्रमण के लिए ऐसी इकाइयों का चयन, जहां भर्ती की संभावना अधिक हो।

– भ्रमण के लिए उन क्षेत्रों का चयन होगा जो जॉब ओरिएंटेड में बढ़ोतरी करें।
– ऐसी इकाइयां जो कॉलेज को मेंटरिंग के लिए गोद ले सकें।
– ऐसे माध्यम और लघु आकार इकाइयों का भ्रमण कराया जा सकता है जिनकी उत्पादन और सेवा प्रदाय प्रक्रिया को समझकर स्टूडेंट्स अपना रोजगार स्थापित कर सकें।

उच्च शिक्षा विभाग का निर्देश मिला है। इसके तहत 50 छात्रों को औद्योगिक भ्रमण के लिए ले जाना है। शहर के आसपास जितनी भी फैक्ट्री और रोजगार देने वाली कंपनियां हैं उनके लिस्ट उच्च शिक्षा विभाग को भेजा गया है।
डॉ. सुशील शर्मा, प्रभारी, स्वामी विवेकानंद कैरियर प्रकोष्ठ

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