बाढ़ आपदा से बचने तैयार हैं होमगार्ड
सतनाPublished: Jul 09, 2019 12:58:51 pm
आधुनिक उपकरण के साथ जारी है प्रशिक्षण, 12 डायरेक्ट रिस्पांस टीम, 3 क्यूआरटी, 790 वालंटियर
Home Guard ready to avoid flood disaster
बाढ़ आपदा से बचाव के लिए होमगार्ड ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। जिले के सभी हिस्सों में प्रशिक्षित होमगार्ड तैनात करने के बाद जिला मुख्यालय में टीमें तैयार हैं। मौसम के बदलते मिमजाज पर भी अफसरों की नजर है और अति संवेदनशील इलाकों की पल पल खबर ली जा रही है।
सतना. शहर और देहात इलाकों में बरसात के दौरान जरूरत पडऩे पर होमगार्ड हर पल तैयार है। जिले के 12 थानों में होमगार्ड ने डायरेक्ट रिस्पांस टीम तैनात कर दी हैं। जबकि जिला मुख्यालय में तीन क्विक रिस्पांस टीम मौजूद हैं। इनके साथ ही जिलेे के अलग अलग हिस्सों से 790 सिविल वालंटियर होमगार्ड से जुड़े हुए हैं। जो जरूरत पडऩे पर अपनी सेवाएं देंगे।होमगार्ड प्लाटून कमांडर पुष्पेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि जरूरत के सभी साधन होमगार्ड के पास उपलब्ध हैं। इसकी जानकारी जिला मुख्यालय के सभी अधिकारियों के पास है। हर रोज बरसात की स्थिति देखते हुए उन इलाकों की जानकारी जुटाई जा रही है जहां जल भराव या बाढ़ की आशंका रहती है।
12 थानों में 48 होमागर्ड
होमगार्ड ने जिले के 12 थानों में डायरेक्ट रिस्पांस टीम तैनात की हैं। इन टीमों की तैनाती एक जून से 15 सितंबर तक के लिए की गई है। प्रत्येक थाना की टीम में 4 और इससे अधिक प्रशिक्षित होमगार्ड रखे गए हैं। थाना मैहर, अमरपाटन, ताला, नागौद, सिंहपुर, सभापुर, रामनगर, मझगवां, नयागांव, उचेहरा, कोटर व रामपुर थाना में बबचाव उपकरण के साथ डीआरसी मौजूद हैं।
24 घंटे क्यूआरटीक्यू
आरटी यानि क्विक रिस्पांस टीम होमगार्ड के जिला मुख्यालय में 24 घंटे तैनात है। 8- 8 घंटे की शिफ्ट में 8- 8 होमगार्ड इस टीम में रहते हैं। डीआरसी और क्यूआरटी टीम को लाइफ जैकेट, लाइफ रिंग, रस्सा, टार्च, कांटे और अन्य सामान दिए गए हैं। मैहर और चित्रकूट में डीआरसी को खास तौर पर एक एक मोटर वोट इंजन के साथ दी गई है। जबकि ४ मोटर वोट क्यूआरटी के पास हैं। क्यूआरटी को आधुनिक कटर भी दिए गए हैं ताकि किसी दीवार, लोहे की रात या पेड़ को काटने की नौबत आए तो काम किया जा सके।
रोप लांचर की जरूरत
आधुनिक उपकरणों सेे लैस हामगार्ड को रोप लांचर की जरूरत है। पीसी पाण्डेय ने बताया कि रोप लांचर से हम नदी के एक किनारे से दूसरी ओर या किसी बिल्डिंग में गन शॉट मारकर रस्सी फंसा सकतेे हैं। यह आधुनिक उपकरण प्रशासन से मांगा गया है। इसके साथ ही अतिरिक्त मोटर वोट के साथ इंजन भी मांग भी की गई है।
जियो टैग हैं वालंटियर
होमगार्ड से जुड़े 790 वालंटियर जियो टैग किए जा चुके हैं। इसका फायदा यह है कि किसी भी आपदा में जरूरत पडऩे पर एक बार में ही मैसेज के जरिए सभी को सूचित किया जा सकता है। यह सभी सिविल डिफेंस वालंटियर सक्रिय हैं। इन्हें बचाव कार्य का प्रशिक्षण भी होमगार्ड ने दिया है।
वर्जन…
आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण देकर होमागर्ड 12 थानों में तैनात किए हैं। क्यूआरटी भी 24 घंटे तैनात है। होमगार्ड के पास आधुनिक उपकरण भी है जो बचाव में काम आएंगे।
– आइके उपनारे, कमांडेंट, होमगार्ड, सतना