1 सितंबर 2017 को टीआई मानसिंह यादव ने सतना आरपीएफ थाने का चार्ज लिया। इसके बाद अपने कार्य करने के तरीके और अनुभव साथियों में शेयर किए। कहा कि हमारे किए अपनी डयूटी और फर्ज से बढ़कर कुछ नहीं है। आप सभी लोग ऐसा कार्य करें कि आपकी ईमानदारी की मिसाल बन जाएं। 9 नवंबर 2017 की रात्रि का समय था कि एएसआई सुनील सिंह बघेल की नजरें एक संदिग्ध बैग पर पड़ी, जिसेे देखते ही वह भाप गए कि हो न हो ये बैग किसी से छूट गया है।
साल की सबसे बड़ी सफलता आरपीएफ को उस समय हाथ लगी जब 8 नवंबर 2017 को दो दर्जन कार्टनों में भरा गांजा ट्रेन में लोड़ होने जा रहा था। उसी समय गस्त कर रहे टीआई मान सिंह, एसआई डीके पटेल और हेड कांस्टेबल आरके मिश्रा की नजर पार्सल घर की ओर पड़ी। जहां तस्करों द्वारा तीन लाख से उपर का गांजा जब्त किया गया। इसी तरह 14 जनवरी को पानी लेने के लिए उतरी महिला ट्रेन रवाना होते ही रेल में चढ़ते समय गिरने ही वाली थी। जिसको लपक कर पकड़ लिया गया। फिर परिजनों से बिछड़ महिला के घर वालों से संपर्क किया गया। जिसको विधिवत घर तक पहुंचाया गया।
ट्रेन में यात्रियों को सांप दिखाकर डरा-धमकाकर जबरन वसूली करने वाले एक दर्जन सपेरों को विदेशी सांपों के साथ पकड़ा गया। इसमें 5 काले सांप और 5 दो मुंह वाले सांप वन विभाग को सुपुर्द किए गए। जबकि 35 बिछड़े बच्चों को परिजनों से मिलाया गया। वहीं एक सैकड़ा अनाधिकृत वेंडरों पर शिकंजा कसते हुए। उन पर कार्रवाई की। इसी तरह ट्रेन में और रेलवे स्टेशन परिसर में शराबखोरी करने वाले एक सैकड़ा लोगों पर कार्रवाई की।