1. न छोड़े बिस्तर अस्त-व्यस्त
अपने आसपास ज्यादातर लोग सुबह उठने के बाद बिस्तर अस्त-व्यस्त छोड़ देते हैं। जो दिनभर ऐसा ही पड़ा रहता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ऐसा करने से राहु से संबंधित दोष बढऩे का खतरा रहता है। इसके साथ ही हेल्थ और पैसे से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती है। घर में कलह का वातावरण हो सकता है।
अपने आसपास ज्यादातर लोग सुबह उठने के बाद बिस्तर अस्त-व्यस्त छोड़ देते हैं। जो दिनभर ऐसा ही पड़ा रहता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ऐसा करने से राहु से संबंधित दोष बढऩे का खतरा रहता है। इसके साथ ही हेल्थ और पैसे से जुड़ी परेशानियां भी हो सकती है। घर में कलह का वातावरण हो सकता है।
2. बिस्तर पर ही चाय पीना गलत
ऐसो आराम की दुनिया में कुछ लोगों की आदत हो गई है कि बिस्तर पर ही चाय पीना है। इसके साथ ही अखबार पडऩा है। ग्रंथों और आयुर्वेद के अनुसार, ये आदत सही नहीं, बल्कि गलत है। ऐसा करने से बीमारियां होने की संभावना रहती है। इसलिए बुरी आदत वाले सावधान हो जाएं और अपनी दिनचर्या को बदल ले।
ऐसो आराम की दुनिया में कुछ लोगों की आदत हो गई है कि बिस्तर पर ही चाय पीना है। इसके साथ ही अखबार पडऩा है। ग्रंथों और आयुर्वेद के अनुसार, ये आदत सही नहीं, बल्कि गलत है। ऐसा करने से बीमारियां होने की संभावना रहती है। इसलिए बुरी आदत वाले सावधान हो जाएं और अपनी दिनचर्या को बदल ले।
3. उठते ही न देखें आईना
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सुबह उठते ही आईने में खुद की सकल नहीं देखना चाहिए। क्योकि रात भर सोने के बाद जो नेगेटिविटी पैदा होती है, वह सुबह आईना देखने से अपने शरीर में समाहित हो जाती है। यानी की उसका रिफलेक्ट हमारे ऊपर पड़ सकता है। इसलिए बेडरूम में पलंग के ठीक उपर या अगल-बगल आईना लगाने से मना किया जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सुबह उठते ही आईने में खुद की सकल नहीं देखना चाहिए। क्योकि रात भर सोने के बाद जो नेगेटिविटी पैदा होती है, वह सुबह आईना देखने से अपने शरीर में समाहित हो जाती है। यानी की उसका रिफलेक्ट हमारे ऊपर पड़ सकता है। इसलिए बेडरूम में पलंग के ठीक उपर या अगल-बगल आईना लगाने से मना किया जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रात में सोने के बाद अगली सुबह बिस्तर में उठने से पहले सावधानी बरते। जानकारी में रखें कि सुबह उठने के बाद अपना बिस्तर अस्त-व्यस्त नही छोड़ा चाहिए। क्योकि ऐसा करने से इसका बुरा प्रभाव आपकी सेहत और स्वास्थ्य पर पड़ता है।
पं. मोहनलाल द्विवेदी, ज्योतिषाचार्य मैहर
पं. मोहनलाल द्विवेदी, ज्योतिषाचार्य मैहर