बकौल पुलिस गिरोह के सदस्य बिहार के बेगूसराय और खगड़िया जिले के मूल निवासी हैं। ये गिरोह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, प्रयागराज के साथ बिहार के समस्तीपुर और एमपी के रीवा व सतना में सक्रिय रहा। इन आरोपियों से जालसाजी की घटना में प्रयुक्त दो बाइक, सोने-चांदी के आभूषण, रसोई गैस सिलेंडर सहित सोने-चांदी के नकली जेवरात भी बरामद किए हैं जिनकी कीमत तीन लाख रुपये आंकी जा रही है।
सभापुर थाने के तुकहा ग्राम निवासी को लगाया था चूना घटना थाना सभापुर में ग्राम तुकहा की है, जहां दो अज्ञात व्यक्तियों ने अकरम खान पिता सिफायत खान को झांसे में लिया। वे अकरम से सोना साफ करने के बहाने उनका ध्यान भटका कर सोना लेकर भाग निकले। इसकी रिपोर्ट थाना सभापुर में दर्ज की गई। रिपोर्ट दर्ज होने के तत्काल बाद पुलिस हरकत में आई और पुलिस अधीक्षक के आदेश पर जिले के सभी थान क्षेत्र में नाकाबंदी कर वाहनों की जांच शुरू कर दी गई। इसी दौरान धारकुंडी थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध व्यक्ति पल्सर मोटर साइकिल से आते दिखे। वो पुलिस को देखते ही बचने के लिए बाइक छोड़ कर भीड़ में भाग निकले।
बाइक के सीट कवर की तलाशी में मिले कई दस्तावेज इसकी जानकारी थाना प्रभारी धारकुंडी आशीष धुर्वे ने फौरन पुलिस अधीक्षक को दी। उसके बाद वाहनों की तलाशी और तेज कर दी गई। इसी दौरान जालसाजों की छूटी बाइक के सीट कवर के नीचे से बिहार से जारी आधार कार्ड की छाया प्रति मिली। ऐसे में यह मामला साइबर क्राइम को सुपुर्द किया गया। साइबर क्राइम एक्सपर्ट ने इन अंतर्राज्यीय जालसाज गिरोह का पता लगाया। इसके बाद पुलिस टीम ने प्रयागराज रीवा के कटरा क्षेत्र से जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से बरामद सामग्री (बाइक, स्वर्णाभूषण व अन्य सामग्री) जब्त कर ली। साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
बेगूसराय के निवासी हैं गिरोह के सदस्य
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने मीडिया को बताया कि यह गिरोह बेगुसराय के हैं। इनके सदस्य साह समुदाय से हैं जो सड़कों और चौराहों पर खिलौने बेचने के साथ ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। ये समस्तीपुर, गाजीपुर, प्रयागराज के अलावा यूपी के अन्य जिलों संग मध्य प्रदेश के रीवा व सतना जिले में सक्रिय रहे। अब पुलिस इन्हें न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेकर गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी में जुटी है।
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने मीडिया को बताया कि यह गिरोह बेगुसराय के हैं। इनके सदस्य साह समुदाय से हैं जो सड़कों और चौराहों पर खिलौने बेचने के साथ ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। ये समस्तीपुर, गाजीपुर, प्रयागराज के अलावा यूपी के अन्य जिलों संग मध्य प्रदेश के रीवा व सतना जिले में सक्रिय रहे। अब पुलिस इन्हें न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेकर गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी में जुटी है।
ये रही मॉडस आपरेंडी पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि गिरोह के सदस्य मोती की माला, गिलिट के सोना चांदी बेचने, आभूषणों की साफ-सफाई करने के बहाने लोगों का ध्यान भटका कर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों को छला करते रहे। इन्होने सीसीटीवी कैमरे से बचने का भी पूरा जतन कर रखा था ताकि पकड़ में न पाएं। ये किसी न किसी बहाने हाथ सफाई के चलते सोना- चांदी के आभूषणों को बदलकर नकली सोना चांदी रख देते और मौका ताड़ कर मौके से भाग निकलते थे।
ये हैं गिरफ्तार जालसाज पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के मोतीलाल साह पिता रामदेव साह (उम 20 साल) निवासी बऊहारा थाना बखरी जिला बेगूसराय, राजकुमार पिता ब्रह्मदेव साह (उम्र 22 साल) निवासी बेला सेमरी थाना गगोर जिला खगड़िया, राजकुमार साह पिता शंकर साह (उम्र 22 साल) निवासी बउहारा थाना बखरी जिला बेगूसराय, गोविंद साह पिता बालेश्वर साह (उम्र 21 साल) निवासी नावकोठी थाना नावकोठी जिला बेगूसराय, त्रिभुवन पिता तारनी साह निवासी बहारा याना बखरी जिला बेगूसराय, शंकर साह पिता तारनी साह निवासी बहारा थाना बखरी जिला बेगूसराय, छोटू उर्फ अभिषेक साह पिता त्रिभुवन निवासी बड़हारा थाना बखरी जिला बेगूसराय और राजू साह पिता कुसी साह निवासी जिला बेगूसराय शामिल है।