सूत्रों के मुताबिक, भरहुत नगर में इस कंपनी का ऑफिस खुला था। जहां बैंकिंग की तर्ज पर काम करते हुए सैकड़ों निवेशकों से करोड़ों रुपए की रकम जमा कराई गई। मैच्योरिटी डेट के बाद लोगों को ब्याज सहित रकम लौटाने की बजाए चक्कर कटवाए जाने लगे। निवेशकों के बढ़ते दबाव के बाद एजेंटों ने बीते साल 2018 के मई महीने में इस संबंध में जिला और पुलिस प्रशासन को शिकायत की थी। लेकिन शिकायत फाइलों के ढेर में दब कर रह गई। ठीक एक साल बाद अब यह मामला संज्ञान में आने पर पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने संबंधित शिकायतकर्ताओं को कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया है। बताया गया है कि इस कंपनी के एमडी अरविंद त्रिपाठी सहित अन्य लोगों को एसपी रियाज इकबाल के सिंगरौली कार्यकाल के दौरान वहां की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कंपनी के लोगों पर निवेशकों की जमा पूंजी धोखे से हड़पने का आरोप है। इसी मामले में सिंगरौली पुलिस ने कार्रवाही की थी। अब कंपनी से जुड़े लोगों ने सतना में पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर उन्हें अपना दुखड़ा सुनाया है। फरियादी राजेंद्र प्रसाद पाण्डये, विजय जयसवाल, पुष्पेंद्र अग्निहोत्री सहित सात लोगों के प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर पूरा मामला बताया है।