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जन्मदिवस पर कर्ण को मिली वीरगति, दादा बोले कि गर्व है दो आतंकियों को मार कर शहीद हुआ पोता

locationसतनाPublished: Oct 21, 2021 01:38:58 am

Submitted by:

Ramashankar Sharma

10 दिन बाद छुट्टी में सतना आने वाले थे कर्णवीर
जम्मू कश्मीर के शोपियां में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद
 

जन्मदिवस पर कर्ण को मिली वीरगति, दादा बोले कि गर्व है दो आतंकियों को मार कर शहीद हुआ पोता

बेटे की शहादत की खबर सुन बिलखती मां, इनसेट में शहीद कर्णवीर

सतना. सेना से सेवा निवृत्त हुए मेजर रवि कुमार सिंह का परिवार बुधवार की सुबह काफी खुश था। परिवार के लाडले छोटे बेटे कर्णवीर सिंह का जन्मदिन था। राजपूत रेजीमेंट में पोस्टेड कर्णवीर की तैनाती इन दिनों जम्मू कश्मीर में थी। परिवार अभी कर्णवीर के जन्मदिन की खुशी मना भी नहीं पाया था कि दोपहर बाद साढ़े 12 बजे पिता के पास हृदयविदारक संदेश आया। जिसमें बताया गया कि उनका बेटा आतंकियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ है। देखते ही देखते खुशियां मातम में बदल गईं। पूरे घर में कोहराम मच गया। मां की तबियत बिगड़ गई है। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद से दादा सूर्यप्रताप सिंह के आंसू भी नहीं थम रहे हैं। लेकिन कहते हैं कि उन्हें गर्व है अपने पोते पर जो दो आतंकियों को ढेर करने के बाद शहादत को प्राप्त हुआ।
एक दिन पहले पिता से हुई थी बात

रामपुर बाघेलान के ग्राम दलदल के मूल निवासी कर्णवीर के पिता रवि कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार की सुबह 11 बजे उनसे बात हुई थी। इस दौरान वहां के हालातों की जानकारी भी मिली थी। उसके बाद से कोई बात नहीं हुई। बुधवार की सुबह से फोन लगाते रहे लेकिन बात नहीं हो सकी। दोपहर बाद साढ़े 12 बजे के लगभग उनके शहीद होने की सूचना मिली। कर्णवीर चार साल पहले 2017 में सेना में भर्ती हुए थे। दो भाइयों में छोटे कर्णवीर की उम्र 26 साल थी और अभी उनका विवाह नहीं हुआ है। बड़े भाई शक्ति सिंह इंदौर में प्राइवेट जॉब में हैं।
दीपावली घर में मनाना था

परिजनों ने बताया कि पिता की खराब तबियत को देखते हुए कर्णवीर ने छुट्टी का आवेदन दिया था। लेकिन जम्मू कश्मीर में हालात खराब होने के वजह से उनकी छुट्टी मंजूर नहीं हुई थी। हालांकि उन्होंने अपने पिता को बताया था कि अगले 10-15 दिन में छुट्टी मंजूर हो जाएगी और वे सतना आएंगे। दीपावली का त्यौहार घर में मनाने की बात उन्होंने कही थी और यह भी कहा था कि इसके बाद पिता को अपने साथ दिल्ली ले जाकर वहां इलाज कराएंगे। एक माह पहले पिता की तबियत खराब होने के कारण उन्हें बिरला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गौरवान्वित है परिवार

कर्णवीर के पिता रवि कुमार सिंह भी सेना में थे। मेजर पद से वे सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि सेना में सम्मान है और गौरव है। इसलिये छोटे बेटे को वे सेना में भेजना चाहते थे। बेटा भी उस अनुरूप मेहनत किया और उनका सलेक्शन २०१७ में सेना में हो गया। इन दिनों जम्मू कश्मीर में उनकी तैनाती थी। कहा, बेटे की शहादत पर गर्व है। कर्णवीर के दादा के आंसू थम नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा कि पोते ने दो आतंकियों को मार कर वीरगति पाई है। इसका हमे गर्व है। आगे कहा कि वे इसका बदला लेना चाहते हैं। कहा, उन्हें जम्मू भेजा जाए… वहां चार आतंकी को मारने के बाद शांति मिलेगी।
घर में कोहराम, मां की तबियत बिगड़ी

उतैली स्थित घर में कर्णवीर की शहादत की खबर के बाद से कोहराम मचा हुआ है। मां का रो-रो कर बुरा हाल है। उनकी तबियत भी बिगड़ गई है। गांव घर सहित पड़ोस के लोग भी यहां पहुंच गए हैं। घर के बाहर लोगों का तांता लगा हुआ है। और भी लोगों का आना जाना लगा हुआ है। लोग शोक संतृप्त परिवार को दिलासा देने पहुंच रहे हैं।
रामपुर विधायक पहुंचे

कर्णवीर की शहादत की जानकारी मिलते ही रामपुर विधायक विक्रम सिंह शहीद के घर पहुंचे। यहां कर्णवीर के पिता और दादा तो सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि कर्णवीर रामपुर बाघेलान सहित पूरे जिले और देश का गौरव है। पूरा जिला उनकी शहादत पर नमन करता है। इस दौरान व्यवस्था के मद्देनजर सीएसपी भी पुलिस बल के साथ पहुंच गए थे। अपर कलेक्टर राजेश शाही भी यहां पहुचे हुए हैं।
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