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सतना

करवा चौथ सेलिब्रेशन: चांद के दीदार के बाद सुहागिनों तोड़ा व्रत, देखें इन तस्वीरों में

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5 years ago
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सतना. सौभाग्य का पर्व करवा चौथ गुरुवार को रीवा-सतना सहित विंध्य में सेलिब्रेट किया गया। दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाओं ने चांद के दीदार कर पूजा अर्चना की। पति के दीर्घायु जीवन के लिए भगवान से मंगलकामना की। ज्यादातर महिलाओं ने घरों में ही पूजा-अर्चना की, तो कुछ ने सोसायटी व संगठन की अन्य महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से पूजा की। सजी-संवरी महिलाओं ने चांद निकलने से पूर्व ही व्रत-पूजन की तैयारी कर लिया था। रात करीब ८.१५ बजे चांद के निकलते ही चलनी की ओट से चांद और फिर पतिदेव का दीदार कर व्रत समाप्त किया। इस दौरान पति के हाथ से पानी पीने की प्रथा है। पर्व को लेकर बीते कई दिन से तैयारियां जारी थीं। सिंधी कॉलोनी में सामूहिक कार्यक्रम सिंधी समाज की महिलाओं ने टीएमडी उत्सव हाल में सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। सोलह शृंगार कर पूजा की थाल लेकर परिवार के साथ पहुंची करीब दो दर्जन महिलाओं ने पहले सामूहिक पूजन किया, इसके बाद छत पर जाकर चांद व पति की पूजा कर व्रत तोड़ा। साथ ही भगवान से सदैव सुहागन बनाए रखने की मन्नत की। रेखा डिगवानी ने बताया कि इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें समाज की महिलाओं व बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। 

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सतना. सौभाग्य का पर्व करवा चौथ गुरुवार को रीवा-सतना सहित विंध्य में सेलिब्रेट किया गया। दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाओं ने चांद के दीदार कर पूजा अर्चना की। पति के दीर्घायु जीवन के लिए भगवान से मंगलकामना की। ज्यादातर महिलाओं ने घरों में ही पूजा-अर्चना की, तो कुछ ने सोसायटी व संगठन की अन्य महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से पूजा की। सजी-संवरी महिलाओं ने चांद निकलने से पूर्व ही व्रत-पूजन की तैयारी कर लिया था। रात करीब ८.१५ बजे चांद के निकलते ही चलनी की ओट से चांद और फिर पतिदेव का दीदार कर व्रत समाप्त किया। इस दौरान पति के हाथ से पानी पीने की प्रथा है। पर्व को लेकर बीते कई दिन से तैयारियां जारी थीं। सिंधी कॉलोनी में सामूहिक कार्यक्रम सिंधी समाज की महिलाओं ने टीएमडी उत्सव हाल में सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। सोलह शृंगार कर पूजा की थाल लेकर परिवार के साथ पहुंची करीब दो दर्जन महिलाओं ने पहले सामूहिक पूजन किया, इसके बाद छत पर जाकर चांद व पति की पूजा कर व्रत तोड़ा। साथ ही भगवान से सदैव सुहागन बनाए रखने की मन्नत की। रेखा डिगवानी ने बताया कि इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें समाज की महिलाओं व बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। 

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सतना. सौभाग्य का पर्व करवा चौथ गुरुवार को रीवा-सतना सहित विंध्य में सेलिब्रेट किया गया। दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाओं ने चांद के दीदार कर पूजा अर्चना की। पति के दीर्घायु जीवन के लिए भगवान से मंगलकामना की। ज्यादातर महिलाओं ने घरों में ही पूजा-अर्चना की, तो कुछ ने सोसायटी व संगठन की अन्य महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से पूजा की। सजी-संवरी महिलाओं ने चांद निकलने से पूर्व ही व्रत-पूजन की तैयारी कर लिया था। रात करीब ८.१५ बजे चांद के निकलते ही चलनी की ओट से चांद और फिर पतिदेव का दीदार कर व्रत समाप्त किया। इस दौरान पति के हाथ से पानी पीने की प्रथा है। पर्व को लेकर बीते कई दिन से तैयारियां जारी थीं। सिंधी कॉलोनी में सामूहिक कार्यक्रम सिंधी समाज की महिलाओं ने टीएमडी उत्सव हाल में सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। सोलह शृंगार कर पूजा की थाल लेकर परिवार के साथ पहुंची करीब दो दर्जन महिलाओं ने पहले सामूहिक पूजन किया, इसके बाद छत पर जाकर चांद व पति की पूजा कर व्रत तोड़ा। साथ ही भगवान से सदैव सुहागन बनाए रखने की मन्नत की। रेखा डिगवानी ने बताया कि इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें समाज की महिलाओं व बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। 

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सतना. सौभाग्य का पर्व करवा चौथ गुरुवार को रीवा-सतना सहित विंध्य में सेलिब्रेट किया गया। दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाओं ने चांद के दीदार कर पूजा अर्चना की। पति के दीर्घायु जीवन के लिए भगवान से मंगलकामना की। ज्यादातर महिलाओं ने घरों में ही पूजा-अर्चना की, तो कुछ ने सोसायटी व संगठन की अन्य महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से पूजा की। सजी-संवरी महिलाओं ने चांद निकलने से पूर्व ही व्रत-पूजन की तैयारी कर लिया था। रात करीब ८.१५ बजे चांद के निकलते ही चलनी की ओट से चांद और फिर पतिदेव का दीदार कर व्रत समाप्त किया। इस दौरान पति के हाथ से पानी पीने की प्रथा है। पर्व को लेकर बीते कई दिन से तैयारियां जारी थीं। सिंधी कॉलोनी में सामूहिक कार्यक्रम सिंधी समाज की महिलाओं ने टीएमडी उत्सव हाल में सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। सोलह शृंगार कर पूजा की थाल लेकर परिवार के साथ पहुंची करीब दो दर्जन महिलाओं ने पहले सामूहिक पूजन किया, इसके बाद छत पर जाकर चांद व पति की पूजा कर व्रत तोड़ा। साथ ही भगवान से सदैव सुहागन बनाए रखने की मन्नत की। रेखा डिगवानी ने बताया कि इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें समाज की महिलाओं व बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। 

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सतना. सौभाग्य का पर्व करवा चौथ गुरुवार को रीवा-सतना सहित विंध्य में सेलिब्रेट किया गया। दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाओं ने चांद के दीदार कर पूजा अर्चना की। पति के दीर्घायु जीवन के लिए भगवान से मंगलकामना की। ज्यादातर महिलाओं ने घरों में ही पूजा-अर्चना की, तो कुछ ने सोसायटी व संगठन की अन्य महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से पूजा की। सजी-संवरी महिलाओं ने चांद निकलने से पूर्व ही व्रत-पूजन की तैयारी कर लिया था। रात करीब ८.१५ बजे चांद के निकलते ही चलनी की ओट से चांद और फिर पतिदेव का दीदार कर व्रत समाप्त किया। इस दौरान पति के हाथ से पानी पीने की प्रथा है। पर्व को लेकर बीते कई दिन से तैयारियां जारी थीं। सिंधी कॉलोनी में सामूहिक कार्यक्रम सिंधी समाज की महिलाओं ने टीएमडी उत्सव हाल में सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। सोलह शृंगार कर पूजा की थाल लेकर परिवार के साथ पहुंची करीब दो दर्जन महिलाओं ने पहले सामूहिक पूजन किया, इसके बाद छत पर जाकर चांद व पति की पूजा कर व्रत तोड़ा। साथ ही भगवान से सदैव सुहागन बनाए रखने की मन्नत की। रेखा डिगवानी ने बताया कि इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें समाज की महिलाओं व बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। 

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सतना. सौभाग्य का पर्व करवा चौथ गुरुवार को रीवा-सतना सहित विंध्य में सेलिब्रेट किया गया। दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाओं ने चांद के दीदार कर पूजा अर्चना की। पति के दीर्घायु जीवन के लिए भगवान से मंगलकामना की। ज्यादातर महिलाओं ने घरों में ही पूजा-अर्चना की, तो कुछ ने सोसायटी व संगठन की अन्य महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से पूजा की। सजी-संवरी महिलाओं ने चांद निकलने से पूर्व ही व्रत-पूजन की तैयारी कर लिया था। रात करीब ८.१५ बजे चांद के निकलते ही चलनी की ओट से चांद और फिर पतिदेव का दीदार कर व्रत समाप्त किया। इस दौरान पति के हाथ से पानी पीने की प्रथा है। पर्व को लेकर बीते कई दिन से तैयारियां जारी थीं। सिंधी कॉलोनी में सामूहिक कार्यक्रम सिंधी समाज की महिलाओं ने टीएमडी उत्सव हाल में सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। सोलह शृंगार कर पूजा की थाल लेकर परिवार के साथ पहुंची करीब दो दर्जन महिलाओं ने पहले सामूहिक पूजन किया, इसके बाद छत पर जाकर चांद व पति की पूजा कर व्रत तोड़ा। साथ ही भगवान से सदैव सुहागन बनाए रखने की मन्नत की। रेखा डिगवानी ने बताया कि इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें समाज की महिलाओं व बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। 

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सतना. सौभाग्य का पर्व करवा चौथ गुरुवार को रीवा-सतना सहित विंध्य में सेलिब्रेट किया गया। दिनभर निर्जला व्रत रखने के बाद महिलाओं ने चांद के दीदार कर पूजा अर्चना की। पति के दीर्घायु जीवन के लिए भगवान से मंगलकामना की। ज्यादातर महिलाओं ने घरों में ही पूजा-अर्चना की, तो कुछ ने सोसायटी व संगठन की अन्य महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से पूजा की। सजी-संवरी महिलाओं ने चांद निकलने से पूर्व ही व्रत-पूजन की तैयारी कर लिया था। रात करीब ८.१५ बजे चांद के निकलते ही चलनी की ओट से चांद और फिर पतिदेव का दीदार कर व्रत समाप्त किया। इस दौरान पति के हाथ से पानी पीने की प्रथा है। पर्व को लेकर बीते कई दिन से तैयारियां जारी थीं। सिंधी कॉलोनी में सामूहिक कार्यक्रम सिंधी समाज की महिलाओं ने टीएमडी उत्सव हाल में सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। सोलह शृंगार कर पूजा की थाल लेकर परिवार के साथ पहुंची करीब दो दर्जन महिलाओं ने पहले सामूहिक पूजन किया, इसके बाद छत पर जाकर चांद व पति की पूजा कर व्रत तोड़ा। साथ ही भगवान से सदैव सुहागन बनाए रखने की मन्नत की। रेखा डिगवानी ने बताया कि इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें समाज की महिलाओं व बच्चों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। 

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