फैशन स्टाइल से कोई समझौता नहीं
शहर के पैरेंट्स भी बच्चों को स्मार्ट बनाने के लिए उनके फैशन स्टाइल से समझौता नहीं कर रहे हैं। इसके लिए वे बच्चों को अच्छी सी ड्रेस दिलवा रहे हैं। मनपसंद स्टेशनरी दिलवा रहे हैं ताकि बच्चे का स्टाइल बरकरार रहे और स्कूल जाने में आनाकानी भी न करे। टिकुरिया टोला निवासी कविता सिंह का कहना है कि स्मार्ट बच्चे सभी के प्रिय होते हंै। मैं भी अपने बच्चे को स्मार्ट दिखाना चाहती हंू। क्योंकि, इससे बच्चे खुश रहते हैं। उन्हें खुद स्कूल जाना अच्छा लगता है। पैरेंट अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि जो बच्चे दिखने में स्मार्ट लगते हैं, वे सभी को प्रिय होते हैं। स्कूल में सभी टीचर उनका ध्यान रखते हैं। जब हम बच्चों को स्मार्ट बनाकर स्कूल भेजते हैं तो वह स्कूल जाने में आनाकानी नहीं करते हैं और खुशी-खुशी स्कूल जाते हैं।
शहर के पैरेंट्स भी बच्चों को स्मार्ट बनाने के लिए उनके फैशन स्टाइल से समझौता नहीं कर रहे हैं। इसके लिए वे बच्चों को अच्छी सी ड्रेस दिलवा रहे हैं। मनपसंद स्टेशनरी दिलवा रहे हैं ताकि बच्चे का स्टाइल बरकरार रहे और स्कूल जाने में आनाकानी भी न करे। टिकुरिया टोला निवासी कविता सिंह का कहना है कि स्मार्ट बच्चे सभी के प्रिय होते हंै। मैं भी अपने बच्चे को स्मार्ट दिखाना चाहती हंू। क्योंकि, इससे बच्चे खुश रहते हैं। उन्हें खुद स्कूल जाना अच्छा लगता है। पैरेंट अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि जो बच्चे दिखने में स्मार्ट लगते हैं, वे सभी को प्रिय होते हैं। स्कूल में सभी टीचर उनका ध्यान रखते हैं। जब हम बच्चों को स्मार्ट बनाकर स्कूल भेजते हैं तो वह स्कूल जाने में आनाकानी नहीं करते हैं और खुशी-खुशी स्कूल जाते हैं।
खुद ही करते हैं डिमांड पहली बार स्कूल जाने वाले बच्चे पैरेंट्स से नई ड्रेस, नया बैग, नया लंच बॉक्स, पानी की बॉटल तक की डिमांड कर रहे हैं। यही नहीं, वे इन सब में अपने मनपसंद कार्टून की डिमांड कर रहे हैं। नर्सरी से फस्र्ट क्लास के बच्चों के बीच बराबर इन चीजों की डिमांड बनी हुई है। किसी को डोरेमोन वाला बैग चाहिए, तो कियी को बॉर्बी डॉल वाला। कुछ को स्टाइलिश पानी की बॉटल चाहिए तो किसी को मल्टी बॉक्सेस वाले लंच बॉक्स।
पैरेंट्स के साथ पहुंच रहे शॉपिंग करने
स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत के साथ ही पैरेंटस ने भी स्कूल बैग, टिफि न बॉक्स और स्टेशनरी के लिए बच्चों के मनपसंद चीजों की खरीदारी शुरू कर दी है। इन सबमें खास बात यह है कि चार साल का बच्चा हो फिर दस साल का, वे अपनी पसंद का बैग, स्टेशनरी, लंच बॉक्स, बॉटल खरीदने के साथ पैरेंट्स के साथ शॉपिंग करने पहुंच रहे हैं। मार्केट में बुक्स, ड्रेस, एसेसीरीज और स्टेशनरी की दुकान पर पैरेंट्स के साथ बच्चों की भीड़ नजर आने लगी है।
स्कूलों में नए सत्र की शुरुआत के साथ ही पैरेंटस ने भी स्कूल बैग, टिफि न बॉक्स और स्टेशनरी के लिए बच्चों के मनपसंद चीजों की खरीदारी शुरू कर दी है। इन सबमें खास बात यह है कि चार साल का बच्चा हो फिर दस साल का, वे अपनी पसंद का बैग, स्टेशनरी, लंच बॉक्स, बॉटल खरीदने के साथ पैरेंट्स के साथ शॉपिंग करने पहुंच रहे हैं। मार्केट में बुक्स, ड्रेस, एसेसीरीज और स्टेशनरी की दुकान पर पैरेंट्स के साथ बच्चों की भीड़ नजर आने लगी है।
कार्टून कैरेक्टर की डिमांड टीवी में दिखने वाले कार्टून का अनुभव बच्चे अपने आसपास चाहते हैं। यही वजह है कि स्कूल बैग, बॉटल, टिफिन में बच्चे सबसे अधिक कार्टून कैरेक्टर पसंद कर रहे हैं। इन दिनों सबसे अधिक फ्रोजन कैरेक्टर पसंद किए जा रहे हैं। इसके अलावा, डोरेमोन, छोटाभीम, स्पाइडर मैन, मोटू पतलू जैसे कैरेक्टर भी बच्चे पसंद कर रहे हैं।